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Kataria Controversy : विरोध के बाद कटारिया की सफाई, कहा- अपशब्द का प्रयोग नहीं किया

भाजपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मंगलवार को पन्नाधाय की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में जाति सूचक शब्द कहने पर विवाद शुरू हो गया था. बयान के विरोध को लेकर कटारिया ने सफाई पेश की है और ऐसे किसी अपशब्द से इनकार किया है.

Kataria Controversy
विरोध के बाद कटारिया की सफाई
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Published : Aug 31, 2022, 8:05 PM IST

उदयपुर. मंगलवार यानी 30 अगस्त को उदयपुर के गोवर्धन सागर स्थित पन्नाधाय पार्क में पन्नाधाय, उदय सिंह और चंदन की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उदयपुर संभाग के भाजपा विधायक, सांसद और हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कटारिया पन्नाधाय इतिहास के बारे में जानकारी दे रहे थे. इस दौरान बोलते-बोलते उनकी की जुबान फिसल गई और उन्होंने एक जातिसूचक अपशब्द का प्रयोग कर दिया. जिसके बाद (Protest of Kataria Statement) विवाद शुरू हो गया.

24 घंटे बाद दी सफाई : इस पूरे मामले को लेकर बुधवार को उदयपुर कलेक्ट्रेट पर समाज के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया. इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने एक वीडियो जारी कर इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए (Gulab Chand Kataria Clarification) अपनी बात रखी. कटारिया ने कहा कि पन्नाधाय की ऐतिहासिक मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पन्नाधाय के त्याग और बलिदान का जो प्रकरण था, उसमें हमने पन्नाधाय और चंदन का ही जिक्र नहीं किया, बल्कि इसमें उदय सिंह को सुरक्षित महल से बाहर निकालने वाले तीरथ काका का भी जिक्र किय, जिन्होंने टोकरी में बिठाकर उन्हें बाहर निकालने का काम किया.

विरोध के बाद कटारिया की सफाई

उन्होंने कहा कि इस तीरथ काका के बारे में जो कविताओं में इतिहासकार के द्वारा रचनाओं में लिखा गया है. मैंने उसका ही वर्णन किया है. कटारिया ने कहा कि मैं सभी समाज जनों से निवेदन करना चाहूंगा कि पहले जो किताबें लिखी गई हैं, उसको भी पढ़ें. कटारिया ने कहा कि आज भी सिविल कास्ट की जो सूची है, उसमें इस शब्द का जिक्र है. ऐसे में लोगों को पहले ही ऐसे शब्दों पर पाबंदी लगावा देनी चाहिए थी. बता दें कि मंगलवार को पन्नाधाय की प्रतिमा के अनावरण के दौरान गुलाबचंद कटारिया ने वाल्मीकि समाज के लिए असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया था, जिसके चलते वाल्मीकि समाज में भारी रोष व्याप्त है. इसी को लेकर बुधवार को उदयपुर के डॉ. अंबेडकर मेवाड़ पंचायत ने जिला कलेक्ट्री के बाहर कटारिया के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

पढ़ें : कटारिया फिर विवादों में, पन्नाधाय प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में जाति सूचक शब्द कहने पर विरोध

नगर निगम के पूर्व पार्षद बाबूलाल गायरी ने बताया कि कटारिया द्वारा इस तरह के (Protest on Saying Caste Related Word) असंसदीय शब्दों के प्रयोग से वाल्मीकि समाज में रोष व्याप्त है. वाल्मीकि समाज के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. गायरी ने कहा कि हमारी मांग है कि नेता प्रतिपक्ष कटारिया को तुरंत प्रभाव से नेता प्रतिपक्ष विधानसभा की सदस्यता से निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए.

उदयपुर. मंगलवार यानी 30 अगस्त को उदयपुर के गोवर्धन सागर स्थित पन्नाधाय पार्क में पन्नाधाय, उदय सिंह और चंदन की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उदयपुर संभाग के भाजपा विधायक, सांसद और हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कटारिया पन्नाधाय इतिहास के बारे में जानकारी दे रहे थे. इस दौरान बोलते-बोलते उनकी की जुबान फिसल गई और उन्होंने एक जातिसूचक अपशब्द का प्रयोग कर दिया. जिसके बाद (Protest of Kataria Statement) विवाद शुरू हो गया.

24 घंटे बाद दी सफाई : इस पूरे मामले को लेकर बुधवार को उदयपुर कलेक्ट्रेट पर समाज के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया. इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने एक वीडियो जारी कर इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए (Gulab Chand Kataria Clarification) अपनी बात रखी. कटारिया ने कहा कि पन्नाधाय की ऐतिहासिक मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पन्नाधाय के त्याग और बलिदान का जो प्रकरण था, उसमें हमने पन्नाधाय और चंदन का ही जिक्र नहीं किया, बल्कि इसमें उदय सिंह को सुरक्षित महल से बाहर निकालने वाले तीरथ काका का भी जिक्र किय, जिन्होंने टोकरी में बिठाकर उन्हें बाहर निकालने का काम किया.

विरोध के बाद कटारिया की सफाई

उन्होंने कहा कि इस तीरथ काका के बारे में जो कविताओं में इतिहासकार के द्वारा रचनाओं में लिखा गया है. मैंने उसका ही वर्णन किया है. कटारिया ने कहा कि मैं सभी समाज जनों से निवेदन करना चाहूंगा कि पहले जो किताबें लिखी गई हैं, उसको भी पढ़ें. कटारिया ने कहा कि आज भी सिविल कास्ट की जो सूची है, उसमें इस शब्द का जिक्र है. ऐसे में लोगों को पहले ही ऐसे शब्दों पर पाबंदी लगावा देनी चाहिए थी. बता दें कि मंगलवार को पन्नाधाय की प्रतिमा के अनावरण के दौरान गुलाबचंद कटारिया ने वाल्मीकि समाज के लिए असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया था, जिसके चलते वाल्मीकि समाज में भारी रोष व्याप्त है. इसी को लेकर बुधवार को उदयपुर के डॉ. अंबेडकर मेवाड़ पंचायत ने जिला कलेक्ट्री के बाहर कटारिया के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

पढ़ें : कटारिया फिर विवादों में, पन्नाधाय प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में जाति सूचक शब्द कहने पर विरोध

नगर निगम के पूर्व पार्षद बाबूलाल गायरी ने बताया कि कटारिया द्वारा इस तरह के (Protest on Saying Caste Related Word) असंसदीय शब्दों के प्रयोग से वाल्मीकि समाज में रोष व्याप्त है. वाल्मीकि समाज के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. गायरी ने कहा कि हमारी मांग है कि नेता प्रतिपक्ष कटारिया को तुरंत प्रभाव से नेता प्रतिपक्ष विधानसभा की सदस्यता से निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए.

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