उदयपुर. वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत का रंग चढ़ने लगा है. अब नेताओं की ओर से दावेदारी के लिए आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया है. ऐसे में कांग्रेस के सामने इस चुनाव में नए संकट का सामना करना पड़ रहा है.
कांग्रेस के वर्तमान विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन के बाद अब उनके परिवार में ही टिकट को लेकर खींचतान शुरू हो गई है. एक तरफ जहां गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत टिकट मांग रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उनके बड़े भाई देवेंद्र शक्तावत अब खुलकर इसका विरोध जता रहे हैं. सोमवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कई बड़े बातें कहीं.
देवेन्द्रसिंह शक्तावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में निर्वाचित विधायक स्व. गजेंद्रसिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत की वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के टिकट की दावेदारी का विरोध किया है. शक्तावत ने पत्र में कई गंभीर आरोप लगाते हुए बताया है कि अगर कांग्रेस पार्टी उनके पिता स्व. गुलाबसिंह शक्तवत के आदर्शों और उसूलों के साथ कांग्रेस की रीती-नीती का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने की मंशा रखती है, तो वे कांग्रेस पार्टी छोड़कर कार्यकर्ताओं और क्षेत्रवासियों की मान सम्मान की लड़ाई चुनाव में निर्दलीय खड़े होकर लड़ेंगे. अगर ठोस कदम उठाने की जरूरत हुई तो भी उठाएंगे.
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शक्तावत ने कहा कि वे कांग्रेस परिवार के निष्ठावान, समर्पित सिपाही हैं. अब देखना होगा कि वल्लभनगर की सियासत का ऊंट किस करवट बैठता है. लेकिन, कांग्रेस के सामने इन सभी उम्मीदवारों में से एक को टिकट देना बड़ा ही दुश्वार नजर आ रहा है.