उदयपुर. नगर निगम उदयपुर कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर लगातार कार्य कर रहा है. इसी को लेकर पिछले दो दिनों में लापरवाही करने वालों के खिलाफ अभियान चला कर सख्त कार्रवाई करते हुए ₹14,000 का जुर्माना वसूला गया. नगर निगम उप महापौर और स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टाक और आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ की ओर से कोरोना नहीं बढ़े इसको लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इसी की पालना में पिछले दो दिनों में निगम की ओर से 14,000 की वसूली की गई.
ये वसूली उदयपुर शहर में ऐसे दुकानदार जो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे हैं और बिना मास्क लगाए अपना व्यापार संचालित कर रहे हैं, साथ ही बिना मास्क घूमने वाले लोगों से की गई है. सिंघवी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से नो मास्क नो एंट्री अभियान के तहत कई निर्देश जारी किए हुए हैं इन निर्देशों की पालना करते हुए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. लोगों को मास्क के उपयोग के बारे में समझाया जा रहा है. इसके साथ ही कोरोना से बचने के करने वाले उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए इसमें सजग रहने के लिए अपील की जा रही है.
बांटे मास्क, लगाए पोस्टर
नगर निगम उप महापौर और स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि नगर निगम की ओर से रविवार को शहर के सभी 10 सेक्टर में विभिन्न सार्वजनिक स्थानों और भवनों के बाहर मास्क बांटते हुए पोस्टर चिपकाए.
रविवार को नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी सत्यनारायण शर्मा ने निर्देश की पालना में स्वास्थ्य शाखा के कर्मचारियों की ओर से 2,000 मास्क बांटे गए और 2,000 पोस्टर चिपकाए गए. इस दौरान कर्मचारियों की ओर से शहरवासियों को कोरोना से बचने के लिए उपयुक्त दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने और साबुन से हाथ धोने आदि अपनाए जाने वाले उपायों के बारे में भी विस्तृत समझाया गया.
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पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य शाखा की ओर से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण शहर में नहीं फैले इसके लिए प्रतिदिन सार्वजनिक स्थानों पर और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर निशुल्क मास्क बांटने का कार्य किया जा रहा है.
फर्जी मार्कशीट बनाने का मामला आया सामने
उदयपुर शहर के सूरजपोल थाने में फर्जी मार्कशीट बनाकर युवाओं को भ्रमित करने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार सूरजपोल पुलिस ने प्लैटिनम ग्रुप ऑफ कॉलेज के संचालक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि सिरोही के पिंडवाड़ा निवासी छात्र श्रवण को जीएनएम की फर्जी मार्कशीट दी. वहीं कोर्ट ने रतलिया को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.
थानाधिकारी रामसुमेर ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रवण प्रजापत ने 21 जनवरी को देकर बताया कि वह 31 अक्टूबर, 2013 को गुलाब बाग रोड पर प्लेटिनम कार्यालय पहुंचा. जहां जीएनएम कोर्स के लिए रतलिया फीस बताई उसका मंदसौर के पशुपतिनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में एडमिशन कराया.
शर्मा ने बताया कि बाद में उसने 3 साल मैं ₹2 लाख वसूल किए. प्रथम वर्ष की मार्कशीट में उसका नाम था, लेकिन फोटो किसी और का था रतलिया से शिकायत की तो बोले सब ठीक है. वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.