उदयपुर. वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती रविवार को देश भर में मनाई जा रही है. इस बीच मेवाड़ में भी प्रताप की जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के वजह से इस बार बड़े आयोजन नहीं होंगे. खास करके कई बड़े कार्यक्रम वर्चुअल तरीके से आयोजित किए जा रहे हैं. देश और प्रदेश के नेता भी महाराणा प्रताप की जयंती पर उनके साहस पराक्रम और वैभव को याद करते हुए उन्हें स्मरण कर रहे हैं.
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर दी महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर महाराणा प्रताप की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि मेवाड़ के सपूत वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती पर उन्हें शत शत नमन. त्याग, तपस्या और स्वतंत्रता के पुजारी प्रताप का जीवन वीरता शौर्य और संघर्ष का प्रतीक है. महाराणा प्रताप स्वाभिमान साहस और पराक्रम का संदेश सबके लिए प्रेरणादाई है.
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती की पूर्व संध्या पर प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ उदयपुर (राजस्थान) द्वारा आयोजित 9 दिवसीय महाराणा प्रताप जयन्ती समारोह 2021 का ऑनलाइन उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय जी होसबाले द्वारा किया गया.
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महाराणा प्रताप जयन्ती समारोह 2021( दिनांक 12 जून से 20 जून तक) के उद्घाटन के प्रारंभ में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति उदयपुर द्वारा संचालित प्रताप गौरव केंद्र के निदेशक अनुराग सक्सेना ने समारोह के प्रारंभ में अतिथियों का परिचय कराया. उसके बाद वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति उदयपुर के महामंत्री परमेन्द्र जी दशोरा ने स्वागत उद्बोधन दिया. इस अवसर पर प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ पर बनी लघु फिल्म का लोकार्पण भी दत्तात्रेय होसबाले द्वारा किया गया. उसके बाद रवि बोहरा एवं भगवत सिंह द्वारा 'मायड थारो वो पूत कठे' काव्य गीत प्रस्तुत किया गया.
महाराणा प्रताप जयंती समारोह को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि उदयपुर के प्रताप गौरव केंद्र राष्ट्रीय तीर्थ देश भक्ति का अनोखा प्रेरणा का केन्द्र है, मुझे दो-तीन बार इसे देखने का मौका मिला. दो-तीन दिन रहकर इसका दर्शन किया है. प्रेरणा ली है. यह केन्द्र राष्ट्रीय धर्म, संस्कृति एवं इतिहास बोध का तीर्थ है. राष्ट्रीय तीर्थ नाम रखा है. राष्ट्रीय तीर्थ का नाम रखना अत्यन्त सार्थक है, ऐसा मैं मानता हूं. वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति उदयपुर को साधुवाद देता हूं.