उदयपुर. लक्ष्यराज सिंह ने जरूरतमंदों को मात्र एक घंटे में दुनिया में सर्वाधिक स्वेटर बांटकर 5वां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और जरूरतमंदों को एक ही दिन में सर्वाधिक भोजन के पैकेट वितरण कर छठा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Lakshyaraj Singh New World Record) अपने नाम किया है. मेवाड़ इससे पहले सर्वाधिक महिला स्वच्छता प्रोडक्ट्स, वस्त्रदान, स्टेशनरी दान और पर्यवरण संरक्षण के लिए सर्वाधिक पौधे लगाने का विश्व कीर्तिमान स्थापित कर कर चुके हैं.
लक्ष्यराज सिंह का कहना है कि समाज सेवा में लगातार (Member of Former Mewar Royal Family Social Service) गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने का उद्देश्य मेवाड़ में रियासतकाल से चली आ रही सेवा और सम्मान की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए देश-दुनिया में समाज सेवा की अलख जगाना है. लक्ष्यराज सिंह ने हाल ही में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भारतीय सेना को हाईटेक एंबुलेंस और राजस्थान पुलिस के माध्यम से जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की भी पुनीत पहल की है.
रिकॉर्ड-1 : लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने मार्च 2019 को भी जरूरतमंदों को तीन लाख वस्त्रों का दानकर पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था. एकत्रित किए तीन लाख कपड़ों को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, ओमान, श्रीलंका, यूएई सहित अन्य देशों के 80 शहरों से एकत्रित कर जरूतमंदों तक पहुंचाया.
रिकॉर्ड-2 : मार्च 2019 को 24 घंटे में 20 टन से ज्यादा स्टेशनरी छात्र-छात्रों में वितरित कर दूसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उदयपुर संभाग में एक महीने तक शिक्षा प्रोत्साहन कैंपेन चलाकर सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को किताब, कॉपी-पेन-पेंसिल, कलर्स बुक, बुक्स आदि शिक्षण सामग्री वितरित की.
रिकॉर्ड-3 : जनवरी 2020 को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से 20 सेकंड में 4035 पौधे लगाकर तीसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया. सिटी पैलेस के माणक चौक में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने अमलतास, गुलमोहर, सहजन व केशिया श्याम वृक्षों के 4035 पौधों को 20 सेकंड में लगाया गया.
रिकॉर्ड-4 : लक्ष्यराज सिंह ने जनवरी 2021 को मात्र एक घंटे में महिला स्वच्छता प्रबंधन से जुड़े 12 हजार 508 स्वच्छता प्रोडक्ट बांटकर चौथा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया. कोरोना महामारी के दौरान स्वच्छता और महिला माहवारी स्वच्छता प्रबंधन की अलख जगाने के लिए साढ़े बारह हजार से ज्यादा सेनेट्री पैड, हैंड सैनिटाइजर, साबुन, टूथब्रश जैसे प्रोडक्ट्स दान किए.