उदयपुर. जो अपने बेटे को नहीं जिता सका, उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री रहने का कोई अधिकार नहीं है. यह कहना है राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का. उदयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कटारिया ने कहा कि मैंने पहले कहा था कि मैं उन्हें हटा दूंगा. लेकिन मुझसे पहले तो उनकी पार्टी के लोग ही उन्हें हटा देंगे और आज उन्हें दिल्ली दरबार में हाजिरी देने के लिए बुला लिया गया है.
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त के बाद अब उनकी पार्टी के ही नेता उनका इस्तीफा ले लेंगे. इसी वजह से उन्हें दिल्ली दरबार में हाजिरी देने के लिए बुला लिया गया है. उन्होंने कहा कि मैं कोई ज्योतिषी तो नहीं हूं, लेकिन यह मेरा दावा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री से उनकी पार्टी ही इस्तीफा ले लेगी क्योंकि अब तक के इतिहास में राजस्थान में कांग्रेस ने सबसे खराब प्रदर्शन किया है.
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि प्रदेश के 185 विधानसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव में बढ़त बनाई है और 25 प्रतिशत वोट का अंतर बीजेपी और कांग्रेस में रहा है, जो अब तक का सबसे बड़ा अंतर है. ऐसे में मुझे नहीं लगता मुझे मुख्यमंत्री का इस्तीफा लेना पड़ेगा. मेरे से पहले उनकी पार्टी के लोग ही उनका इस्तीफा ले लेंगे. कटारिया यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री अपनी विधानसभा क्षेत्र से अपने ही बच्चे को जीत नहीं दिला सका उसको मुख्यमंत्री रहने का अधिकार ही नहीं है.