उदयपुर. वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जन्मस्थली कुंभलगढ़ में आयोजित तीन दिवसीय कुंभलगढ़ महोत्सव में लोग रंगारंग कार्यक्रमों का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. महोत्सव के दूसरे दिन आज राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रमों (Rajasthani Music at Kumbhalgarh Festival) की धूम रही जिसका सैलानियों ने भी आनंद लिया. कोरोना संक्रमण के कारण 2 वर्ष से यह महोत्सव नहीं हो पा रहा था, ऐसे में इस बार आयोजन होने पर महोत्सव देखने के लिए भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं.
महोत्सव में कलाकार बढ़-चढ़कर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. तीन दिवसीय फेस्टिवल में कई जगह से पर्यटक कार्यक्रम देखने आए. राजस्थानी संगीत पर जैसे ही कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं तो पर्यटक भी इनके साथ नाचने लगे. वहीं बाड़मेर के लाल आंगी कलाकारों (Presentation of Lal Aangi Artists of Barmer) के दल ने भी प्रस्तुति दी. महिला कलाकारों के सदस्यों ने घूमर नृत्य किया.
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सहरियां स्वांग के कलाकारों के अलावा कई कार्यक्रमों का यहां प्रदर्शन हुआ. गुजरात सहित राजस्थान के कई शहरों से पर्यटक दुर्ग घूमने के बाद फेस्टीवल देखने पहुंचे. इस दौरान पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिक्षा सक्सेना, हेरिटेज सोसायटी के सचिव कुबेर सिंह सोलंकी, पीयूष रावल सहित मौजूद विभाग के लोग उपस्थित रहे. वहीं कार्यक्रम में लोगों के बीच बहरूपिया कलाकार लोगों में आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे. नारद, जॉकर के साथ कई किरदारों ने पर्यटकों के साथ सेल्फी ली.
फेस्टिवल के दौरान इन लोक कलाकारों के साथ पर्यटक भी थिरकने में पीछे नही रहे. यज्ञ वेदी चौक में विभाग की और से साफा बांधो प्रतियोगिता में भी कई पर्यटक शामिल हुए. प्रतियोगिता में सभी विजेताओं को विभाग ने पारितोषिक दिए. कालबेलिया, घूमर नृत्य कलाकारों के साथ गुजरात सहित अन्य राज्यों से पर्यटकों ने भी इन कलाकारों के साथ डांस किया. वहीं शुक्रवार को कुंभलगढ़ फेस्टिवल का समापन होगा जिसमें कई कार्यक्रम होंगे.