उदयपुर. नगर निगम चुनाव संपन्न हो गया है. तो वहीं अब 26 नवंबर को उदयपुर में महापौर पद का चुनाव होना है. दोनों ही पार्टी महापौर पद पर अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. बीजेपी ने जहां अपने सभी जीते हुए पार्षदों की बाड़ेबंदी कर रखी है, तो वहीं कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी अरुण टाक का कहना है कि इस बार उदयपुर में कांग्रेस पार्टी का ही महापौर बनेगा.
इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में अरुण टाक ने कहा कि बीजेपी के कई पार्षद हमसे संपर्क में है और इस बार वह सभी कांग्रेस पार्टी के पक्ष में मतदान करेंगे. टाक ने यह भी बताया कि गोविंद सिंह टाक को पार्टी के कार्यकर्ता स्वीकार नहीं कर रहे हैं. यही कारण है कि बीजेपी के जीते हुए पार्षद भी उनके खिलाफ हैं और यही कांग्रेस पार्टी की जीत का मूल मंत्र साबित होगा.
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बता दें कि उदयपुर में पिछले 25 सालों से लगातार भारतीय जनता पार्टी नगर निगम में अपना बोर्ड और महापौर बनाती आ रही है. ऐसे में पहली बार जहां कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को टक्कर देने के लिए अपने प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा है तो वहीं भीतरघात के डर से भाजपा ने अपने सभी प्रत्याशियों को उदयपुर से बाहर भेज दिया है. ऐसे में अब देखना होगा कि 26 नवंबर को होने वाले मतदान में कौन सी पार्टी के प्रत्याशी जीत दर्ज करता है.