उदयपुर. वल्लभनगर के धरियावद विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर अब चुनावी प्रचार प्रसार अंतिम चरणों में है. ऐसे में भाजपा कांग्रेस और सभी पार्टियां इन दोनों क्षेत्रों में जीजान से अपने पक्ष में मतदान की अपील कर रही हैं. इस बार वल्लभनगर, धरियावद विधानसभा चुनाव राजनीतिक पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है.
दोनों की विधानसभा सीट से जो जनादेश निकल कर आएगा, उसकी गूंज 2023 के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगी. ऐसे में बुधवार को दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक पार्टियों के नेता जी जान से चुनाव प्रचार करते हुए नजर आएंगे और छोटी बड़ी सभाओं को करते हुए जनता से अपने अपने पक्ष में वोट देने की गुहार लगाते हुए भी देखने को मिलेंगे. वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में बुधवार को भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे.
इसी के साथ अरुण सिंह मीडिया से भी दोपहर को मुखातिब होंगे. वहीं कांग्रेस के नेता भी अपने प्रत्याशी प्रीति शक्तावत को जिताने के लिए डोर टू डोर प्रचार के साथ चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे इस दौरान परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे. हालांकि, इन दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी दौरा कर चुनावी सभाओं को संबोधित किया था.
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वल्लभनगर विधानसभा सीट पर इस बार बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है क्योंकि आरएलपी और जनता सेना पार्टी भी दमखम के साथ चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में इन दोनों पार्टियों के मैदान में आने के बाद कांग्रेस और भाजपा के समीकरण बिगड़ हुए नजर आ रहे हैं. जहां आरएलपी में भाजपा के पूर्व उम्मीदवार उदय लाल डांगी को टिकट देकर मैदान में उतारा. हनुमान बेनीवाल भी वल्लभनगर में चुनावी सभाओं के साथ आम लोगों से रूबरू होकर आरएलपी को जिताने की अपील कर रहे हैं.
जनता सेना सुप्रीमो रणधीर सिंह भिंडर भी चुनावी-प्रचार प्रसार में जम कर पसीना बहा रहे हैं. हालांकि, चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जमकर कर रही हैं. चुनाव में जहां कांग्रेस केंद्र सरकार के महंगाई को मुद्दा बना रही है. वहीं भाजपा राज्य सरकार की विफलताओं के साथ वादों से मुकर ने की बात कर रही है. अब देखना होगा कि जनता इन बाद और हकीकत से कितना रूबरू होती है और 30 अक्टूबर को किसके पक्ष में मतदान करेगी.