उदयपुर. प्रदेश सरकार की ओर से इस बार आबकारी की नीति में बदलाव करते हुए नीलामी प्रक्रिया ऑनलाइन की गई है. प्रदेश की 7665 दुकानों के आवंटन के लिए नीलामी प्रक्रिया जारी है, जिसमें लोग बढ़-चढ़कर बोली लगा रहे हैं. प्रदेश में पहली बार कई शराब दुकानों की रेट करोड़ों रुपए में गई है जो न्यूनतम मूल्य से कई गुना ज्यादा है.
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आबकारी विभाग की ओर से इस बार 7665 दुकानों के आवंटन की नीलामी प्रक्रिया के तहत 1300 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य तय किया गया है. लेकिन, प्रदेश में लग रही नीलामी प्रक्रिया से 4000 दुकानों की नीलामी में ही करोड़ों रुपए का राजस्व दिखाई दे रहा है.
एक दुकान की बोली 510 करोड़ की लगी
अतिरिक्त आबकारी आयुक्त सीआर देवासी ने बताया कि प्रदेश में आबकारी की नीति में बदलाव किया गया है. पहले बोली प्रक्रिया लॉटरी से होती थी, लेकिन अब ई बोली लगाई जा रही है. इसमें करीब 130 दुकानें ऐसे हैं, जिनकी बोली की कीमत 3 गुना से 10 गुना ज्यादा है. उन्होंने बताया कि इस बार एक दुकान की बोली 510 करोड़ रुपए की लगी, जिसकी कीमत 70 लाख से अधिक है.
1400 से अधिक दुकानों की दोबारा से लगेगी बोली
सीआर देवासी ने बताया कि सीकर के एक दुकान की कीमत 150 करोड़ रुपए की लगी. उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने शराब दुकानों की नीलामी प्रक्रिया में भाग लिया है उन्हें राशि जमा करानी होगी. अगर वे राशि नहीं जमा कराते हैं तो उन्हें विभाग की ओर से ब्लैक लिस्टेड करते हुए उनकी राशि को जब्त किया जाएगा. साथ ही वे आगामी समय में नीलामी प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाएंगे. विभाग की ओर से 1400 से अधिक दुकानों की दोबारा से बोली लगेगी.
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आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के हनुमानगढ़ में करीब 70 लाख रुपए की कीमत के दुकान की 510 करोड़ के पार बोली लगी. साथ ही सीकर के एक दुकान की 150 करोड़ की बोली लगी. चूरू के सुजानगढ़ के एक करोड़ कीमत का दुकान 10 करोड़ में तो राजगढ़ के 2.7 लाख के दुकान की 6 करोड़ में नीलामी हुई.