उदयपुर. शहर में फर्जी तरीके से वृद्धाश्रम चलाकर गरीब असहाय वृद्धों को परेशान किया जा रहा था और उनसे मजदूरी करवाई जा रही थी. इस पूरे मामले की जानकारी जैसे ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम को मिली उन्होंने मौके का औचक निरीक्षण किया और इस पूरे मामले को लेकर अब फर्जी वृद्धाश्रम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
उदयपुर में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए उदयपुर के सर्व ऋतु विलास में किराए के मकान में चलाए जा रहे वृद्ध आश्रम का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम को वहां कई अनियमितताएं देखने को मिली.
विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रिधिमा शर्मा ने बताया कि लाठी ट्रस्ट की ओर से फर्जी तरीके से वृद्ध आश्रम चलाया जा रहा था. इसके साथ ही वहां पर असहाय लोगों से जबरन मजदूरी करवाई जा रही थी, जिसकी शिकायत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम को मिली थी जिसके बाद आज औचक निरीक्षण कर इस पूरे मामले की जानकारी उदयपुर जिले के आला अधिकारियों को दी गई है.
रिद्धिमा शर्मा ने बताया कि फर्जी वृद्ध आश्रम चलाने वाले संचालकों ने यहां पर वृद्धों से मजदूरी करवाई और उन्हें परेशान करने का काम किया है. ऐसे में उच्च न्यायालय सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग जिला कलेक्टर उदयपुर और जिला पुलिस अधीक्षक उदयपुर को इस पूरे मामले से अवगत कराया गया है.
बता दें कि आप से कुछ दिनों पूर्व ही वृद्ध आश्रम के कुछ पीड़ितों ने सूरजपोल थाने में भी इस मामले की शिकायत की थी, लेकिन वृद्ध आश्रम संचालकों की ओर से उस मामले को हो दबा दिया गया. उसकी जानकारी भी जिला विधिक प्राधिकरण की सचिव रिद्धिमा शर्मा ने दी है.