उदयपुर. दलित युवक से मारपीट के मामले में परिजनों का कहना है कि 2 अगस्त को युवती से छेड़छाड़ के आरोप में युवक अजय मेघवाल को थाने बुलाया गया और उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई (Accusation On Udaipur Police). जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. वहीं पुलिस का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद है. हालांकि इस सबके बीच मेडिकल बोर्ड का गठन कर लिया गया है जो इस पूरे मामले की जांच करेगा.
हिरणमगरी थानाधिकारी रामसुमेर ने बताया कि एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया (Dalit Man Beaten). बोर्ड ने परिवार के सदस्यों के आरोपों की जांच के लिए अजय मेघवाल से पूछताछ की. पुलिस ने स्पष्ट किया कि युवती के साथ कथित छेड़छाड़ की शिकायत पर अजय मेघवाल को शांति भंग के आरोप में थाने लाया गया था तथा उपखंड अधिकारी (एसडीएम) के समक्ष पेश कर उसे जमानत पर छोड़ दिया गया था. बाद में उसकी तबीयत कैसे बिगड़ी ये मेडिकल रिपोर्ट से पता चल जाएगा.
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थर्ड डिग्री टॉर्चर का आरोप: टिटारडी गांव निवासी अजय मेघवाल को 2 अगस्त को एक युवती से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए युवती के परिजनों ने मामला दर्ज करवाया था. जहां युवक को पुलिस थाने लेकर आए परिवार का आरोप है कि पीड़ित को थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. घरवालों की अब मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल बर्खास्त कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. हालांकि पुलिस इन आरोपों को बेबुनियाद बता रही है.
मामले ने पकड़ा तूल: थाने में युवक के साथ मारपीट के मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है. अखिल भारतीय आदिवासी महासभा भीम आर्मी डॉक्टर अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी राजस्थान, सहित अन्य दलित आदिवासी संगठनों के युवाओं ने इस घटना का विरोध किया है.