श्रीगंगानगर. जिले में करोड़ों की लागत से बने रेलवे अंडर ब्रिज में बारिश का पानी भरने से लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. रेलवे द्वारा बनाए गए अंडर ब्रिज से बारिश के समय पानी निकासी नहीं होने से वाहन चालकों और पैदल निकलने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
पानी से लबालब भरे अंडर ब्रिज से वाहन निकालते समय कई बार दुर्घटनाएं भी हुई हैं. अंडर ब्रिज में बारिश के दिनों में पानी भरने से शहर दो भागों में बंट जाता है. वहीं पानी निकासी नहीं होने को लेकर कई बार छात्र संगठनों और जागरूक लोगों ने नगर परिषद और जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी किया. लोगों की समस्याओं को देखते हुए रेलवे ने अब शहर के दो अंडर ब्रिज सहित जिले के समस्त अंडर ब्रिज को ढकने का काम शुरू कर दिया है.
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इसी क्रम में सांसद निहालचंद मेघवाल ने जिला मुख्यालय पर रेलवे की ओर से बने रेल अंडर ब्रिज को ढकने के कार्यों का अवलोकन किया. मौके पर उपस्थित रेलवे इंजीनियर से किए जाने वाले कार्य के संबंध में जानकारी हासिल कर जल्द काम पूरा करने के लिए निर्देश दिए.
इस मौके पर सांसद ने बताया कि रेलवे द्वारा बनाए गए अंडर ब्रिज का ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में इन रेलवे अंडर ब्रिज से गुजरना बहुत मुश्किल होता है. बारिश के समय अंडर ब्रिज में पानी भरने से वाहन नहीं निकल पाते थे. इसके समाधान के लिए और आमजन को राहत देने के लिए श्रीगंगानगर शहर सहित छह अंडर पास को कवर करने का काम स्वीकृत होकर शुरू हो गया है.
इन छह रेलवे अंडर ब्रिज को कवर करने के लिए भारत सरकार रेल मंत्रालय की ओर से चार करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. इस राशि से श्रीगंगानगर के महाराजा गंगा सिंह चौक, मल्टीपरपज स्कूल के पास, बनवाली और बुधरवाली के अंडर ब्रिज को कवर करने का काम शुरू कर दिया गया है. पीआरओ रामकुमार पुरोहित ने बताया कि 4 करोड़ रुपए की लागत से जिले के 6 रेलवे अंडर ब्रिज कवर किए जा रहे हैं. जिसके बाद बारिश के दिनों में अंडर ब्रिज क्रॉस करके जाने वाले वाहन चालकों को परेशानी नहीं होगी.
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वहीं, रेलवे द्वारा अंडर ब्रिज को कवर करने का काम शुरू होने के बाद अब शहर के लोग भी खुश नजर आ रहे हैं. लोगों की मानें तो अंडर ब्रिज का ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में पानी की निकासी नहीं होती है. जिसके चलते वाहन चालकों को अंडर ब्रिज से गुजरना बड़ा मुश्किल होता है. वहीं, वाहनों में पानी भरने से अनेकों वाहन खराब भी हो जाते हैं. कई बार दुर्घटनाएं भी घटित हुई हैं. ऐसे में शहर दो भागों में बंटा रहता था. अब अंडर ब्रिज कवर होने के बाद शहर के लोगों को राहत मिलेगी.