श्रीगंगानगर. देश की सीमाओं पर डटे सीमा सुरक्षा बल से ही हमारी और सीमाओं की सुरक्षा है. सीमाओं की सुरक्षा को और ज्यादा मजबूत करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीण बीएसएफ के साथ मिलकर भूमिका निभा सकते है. यह कहना है बीएसएफ की 156वीं वाहिनी के कमांडेंट अभिमन्यु का. सीमा सुरक्षा बल की ओर से सीमा के आस-पास गांवों में समय-समय पर सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत स्कूलों में शिक्षण सामग्री से लेकर ग्रामीणों को चिकित्सा व्यवस्था तक मुहैया करवाई जाती है.
इसी क्रम में रायसिंहनगर सीमावर्ती एरिया में बीएसएफ की 156वीं वाहिनी ने 38 पीएस और 34 पीएस के सरकारी स्कूलों में सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत ग्रामीणों और स्कूली बच्चों में शिक्षण सामग्री, खेलकूद और कोरोना महामारी से बचाव संबंधी सामग्री वितरण की. बीएसएफ की 156 वीं वाहिनी के कमांडेंट रणवीर सिंह डोगरा के नेतृत्व में सीमाओं की सशक्त सुरक्षा के अलावा सीमावर्ती ग्रामीण और स्कूली बच्चों में सुरक्षा और देशभक्ति की भावना स्थापित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया.
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इस मौके पर बीएसएफ की 156वीं वाहिनी के कमांडेंट अभिमन्यु ने ग्रामीणों को बताया कि सीमा सुरक्षा बल ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात है. सीमा सुरक्षा बल समय-समय पर सिविक एक्शन के द्वारा ग्रामीणों से जुड़ने का प्रयास करती है. ताकि बीएसएफ ग्रामीणों की हर तरह की सहायता कर सकें. बच्चों को पढ़ाई लिखाई में सहायता के लिए बीएसएफ हमेशा तैयार है. इसी के तहत बीएसएफ की तरफ से शिक्षण सामग्री और खेलकूद सामग्री का वितरण किया जाता है.