श्रीगंगानगर. किसी व्यक्ति को किसी प्रोग्राम में आमंत्रित नहीं करना तो फिर उसे लिखित में बताया जाएगा या नहीं. इस सवाल का सीधा सा जवाब है नहीं. जब बुलाना ही नहीं तो फिर उसे इस संबंध में सूचना देने की क्या जरूरत है, लेकिन श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट की ओर से इस बार ऐसा ही किया गया है, जिस व्यक्ति को गणतंत्र दिवस पर नहीं बुलाना उसे इस संबंध में कार्ड भेजा गया है. इस कार्ड पर लिखा है की इस वर्ष कोविड-19 के कारण आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मुख्य समारोह स्थल पर आमंत्रित नहीं किया जा रहा है. अतः आपको गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. जिला प्रशासन की ओर से इस बार गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में प्रकाशित कुछ आमंत्रण पत्रों ने भ्रांति में डाल दिया है.
इन आमंत्रण पत्रों पर साफ तौर पर अंकित किया गया है कि कोविड-19 के मद्देनजर इस बार उन्हें गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया है. साथ ही उन्हें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं भी दी गई है. एसे आमंत्रण पत्र शहर के कुछ लोगों के पास पहुंचे, जहां उन्हें एक और प्रशासन का यह रवैया बेहद विचित्र लगा. वहीं दूसरी ओर लोगों ने प्रशासन के एसे आमंत्रण पत्रों का हवाला देते हुए वस्तुस्थिति की पुष्टि भी करनी चाही. इस संबंध में प्रशासन के पास लोगों के फोन पहुंचने पर उन्हें गलती का एहसास हुआ.
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असल में जिला प्रशासन ने इस बार दो तरह के आमंत्रण पत्र छपवाए हैं. इनमें एक आमंत्रण पत्र वे हैं, जिनमें शहर के विशिष्ट लोगों को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय में होने वाले मुख्य समारोह में आमंत्रित किया गया है. वहीं एक अन्य ऐसे आमंत्रण भी हैं, जिन पर मुख्य समारोह में आमंत्रित नहीं करने और केवल गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देने का संदेश अंकित है. उन्होंने बताया कि केवल शुभकामनाओं वाले आमंत्रण असल में वीरांगनाओं और शहीदों के परिवारों के लिए थे, उनका कहना था कि आयोजन में शामिल होने वाले इन परिवारों के सदस्य सामान्यत उम्रदराज होते हैं, उनके स्वास्थ्य और कोविड-19 के मद्देनजर इस बार उन्हें मुख्य समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया है. उन्हें केवल शुभकामनाएं दी गई है.