श्रीगंगानगर. गुरु रविदास महाराज के 644वें प्रकाशोत्सव के मौके पर शुक्रवार को शोभायात्रा निकाली गई. श्री गुरु रविदास सेवा समिति द्वारा रविदास जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है. जयंती से पहले शोभायात्रा के तहत शहर के विभिन्न रास्तों से निकली यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. समिति के सदस्य यसपाल ने बताया कि गुरु रविदास मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए शम को मंदिर पहुंची. शोभायात्रा में भजन कीर्तन और गुरु वाणी शब्दों का गायन करते हुए संगत शामिल हुई.
देशभर में माघ पूर्णिमा के अवसर पर हर साल संत रविदास जी का जन्म दिवस बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन लोग कीर्तन जुलूस निकालते हैं. इस दौरान गीत-संगीत और गाने-दोहे सड़कों पर बने मंदिरों में गाए जाते हैं. संत रविदास जी के भगत उनके जन्म दिवस के दिन घर या मंदिर में बनी उनकी छवि की पूजा करते हैं. माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास जयंती मनाई जाती है.
यह भी पढ़ें- प्रदेश के तापमान में औसत से ज्यादा बढ़ोतरी, पांच दिनों तक मौसम रहेगा शुष्क
इस बार रविदास जयंती 27 फरवरी को मनाई जाएगी. इस बार गुरु रविदास की 644वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. संत रविदास का जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जन्म हुआ था और उनकी माता का नाम कलसा देवी और पिता का नाम श्री संतोख दास जी था. संत रविदास जी महाराज ने समाज में एकजुटता और ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाने के लिए जागृति पैदा की थी. शनिवार सुबह कीर्तन के बाद भोग लगाया जाएगा.