श्रीगंगानगर. पिछले लंबे समय से राजस्थान में भी शराबबंदी की मांग की जा रही है. कहा जा रहा है कि तेजी से बढ़ रहे सामाजिक अपराधों को रोकने के लिए भी शराबबंदी जरूरी है. राजस्थान में पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा की पुत्र वधु पूजा छाबड़ा ने एक बार फिर सरकार से शराबबंदी को लागू कर युवाओं और महिलाओं का सम्मान करने की मांग की है.
गुरुवार को श्री गंगानगर में शराबबंदी मुहिम के तहत छाबड़ा ने कहा कि महिलाओं के साथ शोषण के जो भी मामले सामने आए हैं, उनका कहीं ना कहीं मुख्य कारण शराब ही है. ऐसे में वो पूर्ण शराब बंदी के लिए प्रदेश में जागरूकता अभियान चला रही है.
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पूजा छाबड़ा का कहना है कि आने वाले दिनों में वे फिर से शराबबंदी के मुद्दे को लेकर महिलाओं में जागरूकता अभियान शुरू करेंगी और उसके बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राज्य में शराब पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग रखेंगी. पूजा छाबड़ा की मानें तो राजस्थान के मुख्यमंत्री गांधीवादी विचारधारा में विश्वास रखते हैं और महात्मा गांधी का सपना था कि सभ्य समाज में शराब का कोई स्थान नहीं है. शराब के कारण ही सामाजिक अपराध और महिलाओं पर उत्पीड़न की वारदातों में वृद्धि होती है. ऐसे में शराब पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए.
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बता दें कि पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू किया था और उनकी मृत्यु हो गई थी. इसके बाद उनकी पुत्र वधु पूजा छाबड़ा ने पूर्ण शराबबंदी की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए पिछले कई साल से राज्य में शराबबंदी को लेकर ना केवल जागरूकता कार्यक्रम किए हैं, बल्कि समय-समय पर आंदोलन भी किया है.