श्रीगंगानगर. बच्चों को उनके पेट में पाए जाने वाले कीड़ों से मुक्ति दिलाने के लिए एल्बेंडाजोल दवा बहुत जरूरी है. बच्चों को दवा खिलाने के लिए जिले के स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग ने तैयारियां कर ली हैं. करीब साढे 6 लाख बच्चों को 8 अगस्त को दवा खिलाई जाएगी. जो बच्चे इस दिन दवा से वंचित रह जाएंगे, उन्हें 19 अगस्त को दवा खिलाई जाएगी.
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सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरडा ने बताया कि जिन बच्चों के पेट में कीड़े होते हैं. उन्हें न केवल बीमारियों से सामना करना पड़ता है. बल्कि वे मानसिक रुप से भी परेशान होते हैं. इसलिए दवा खिलाना बेहद जरूरी है और विभाग सहित आमजन की भागीदारी इस अभियान में आवश्यक है. उन्होंने बताया कि 8 अगस्त को 'राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस' के मौके पर कर्मी कृमि नाशक दवा देंगे. यह दवा जिले के सभी सरकारी, निजी स्कूलों, मदरसों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1 से 19 साल की उम्र के सभी बच्चों को दी जाएगी.
हालांकि जिन बच्चों को मिर्गी के दौरे आते हैं या जो किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें यह दवा नहीं दी जाएगी. अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग का सहयोग रहेगा. सीएमएचओ ने बताया कि साढे 6 लाख बच्चों को इस अभियान के लिए चिन्हित किया गया है. 8 अगस्त के दिन जो बच्चे दवा से वंचित रह जाएंगे, उन्हें 19 अगस्त को यह दवा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कर्मी नाशक दवा एल्बेंडाजोल गोली नि:शुल्क खिलाई जाएगी. दवा खिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों सहित शिक्षा विभाग के कार्मिकों को प्रशिक्षित किया गया है. 1 से 2 साल तक की उम्र के बच्चों को आधी गोली तथा 2 से 19 साल की उम्र के बच्चों को एक गोली पानी के साथ ही जाएगी. दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. हालांकि कुछ बच्चों को हल्की उल्टी आदि की शिकायत होती है, लेकिन यह गंभीर समस्या नहीं होती है.
सवाई माधोपुर में भी खिलाई जाएगी दवा
राष्ट्रीय कृमि उन्मूलन अभियान के तहत 8 अगस्त को सवाई माधोपुर जिले सहित प्रदेश के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों, मदरसों, कालेजों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी. सवाई माधोपुर में बच्चों को पेट के कीड़ों से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ बुधवार को ही जिला मुख्यालय के 72 सीढ़ी स्कूल में समारोह पूर्वक किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय विधायक दानिश अबरार द्वारा बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर किया गया.
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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तेजराम मीणा ने कहा कि कृमि मुक्ति दिवस को लेकर लोगों में जो भ्रांतियां हैं. उन्हें दूर करने एवं लोगों में जागरुकता लाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सरकार के निर्देशानुसार कार्यक्रम का उद्घाटन भी कर दिया गया है. ताकि 8 अगस्त को स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और मदरसों में अधिक से अधिक लोग अपने बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने के लिए पहुंच सकें. उनका कहना है कि एल्बेंडाजोल गोली का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. इस दवा से पेट के कृमि मरते हैं. इसलिए कुछ बच्चों में जी मचलना उल्टी या पेट दर्द जैसे लक्षण सामान्य और अस्थाई हैं.
करौली में 5 लाख 60 हजार 150 बच्चों को खिलाई जाएगी दवा
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का शुभारंभ समारोह बुधवार को एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर में जिला प्रमुख अभय कुमार मीना ने एनएनएम प्रशिणार्थियों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर किया. गुरुवार से जिले के सभी स्कूलों में बच्चों को नियमित रुप से एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी. इस दौरान सीएमएचओ ने प्रेस वार्ता का आयोजन कर कृमि मुक्ति दवा बच्चों तक पहुंचाने के लिए प्रेस प्रतिनिधियों से प्रचार-प्रसार की अपेक्षा जताई.
सीएमएचओ डॉ. दिनेश चंद मीणा ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि एल्बेंडाजोल की गोली को दुष्प्रभाव रहित एवं कृमि नाशक बताकर जिले के 1-19 साल की आयु तक के 5 लाख 60 हजार 150 बच्चों को सभी विद्यालयों, आंगनबाडी केन्द्रो एवं मदरसों पर 8 अगस्त को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होनें बताया की साल में दो बार कृमि नियंत्रक दवाई बच्चों को खिलाई जाती है. इस दौरान सीएमएचओ ने प्रेस प्रतिनिधियों से कृमि मुक्ति दवा बच्चों तक पहुंच के लिये प्रचार-प्रसार की अपेक्षा जताई. उन्होनें बताया कि यह दवा निःशुल्क है तथा निर्धारित आयु वर्ग को खाने के बाद चबा-चबाकर खिलाई जानी है, जिसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है.