श्रीगंगानगर: हनी ट्रैप का शिकार हेड कान्स्टेबल पदमपुर थाना क्षेत्र का (Honey Trap Victim Sriganganagar Cop) है. इस केस में पकड़ी गईं 3 में से एक महिला CLG की सदस्य है. प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि अपने बेटे को विदेश भेजने के चक्कर में उसने हनीट्रैप का जाल बुना था. अपने प्लान के तहत थाने की ही महिला सीएलजी मेंबर ने हेड कांस्टेबल गुरदेव सिंह को अपने घर बुलाया उनकी अश्लील क्लिप्स बनाईं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करने लगी (CLG member trapped Policeman). प्रदेश में पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच बेहतर तालमेल के लिए थाना स्तर पर CLG ग्रुप बनाए गए हैं।
कैसे हुआ खुलासा: दरअसल, अश्लील क्लिप बनाने के बाद आरोपी महिला ने हेड कांस्टेबल गुरदेव सिंह को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. उनसे इन अश्लील तस्वीरों और वीडियो के बदले 4 लाख रुपए की डिमांड कर दी. जब इन मांगों से वो परेशान हो गए तो उन्होंने बुधवार देर रात (22 जून 2022) केस दर्ज करा दिया. इसके बाद हेड कांस्टेबल की शिकायत पर पुलिस ने 3 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आरोपी महिला के ऐसे ही कुछ और मामले में जुड़े होने की आशंका जता रही है. इस संबंध में अभी पुलिस को शिकायतें मिल रही हैं.
कैसे फंसे गुरुदेव: पदमपुर पुलिस थाने में तैनात कांस्टेबल गुरदेव सिंह ने बताया (Head Constable Of Padampur in Honey Trap) कि थाने की सीएलजी मेंबर सुखप्रीत कौर ने उन्हें इलाके से गायब हुई एक युवती खुद के घर होने की बात कह अपने घर बुलाया. हेड कांस्टेबल जब आरोपी सीएलजी मेंबर के घर पहुंचा तो उसने उसे अपने घर के अंदर कमरे में बिठाया और बाहर से दरवाजा बंद करवा दिया. आरोपी महिला के साथ मौके पर एक और महिला भी मौजूद थी. जिसने उसकी अश्लील क्लिप बना ली.
और पकड़ में आईं ट्रैपर्स: जिला पुलिस अधीक्षक के मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की. हनीट्रैपर को पूरी प्लानिंग के साथ ट्रैप किया. बुधवार से आरोपी महिला ने रुपए मांगने के लिए करीब 10 फोन कर दिए. आरोपी महिला ने गुरुदेव से नया मोबाइल खरीदने के लिए कुछ रुपए ऑनलाइन खाते में ट्रांसफर करने को कहा. पुलिस ने दोनों की बातचीत रिकॉर्ड कर ली. गुरुवार दोपहर को मामला डेढ़ लाख रुपए में तय हुआ. आरोपियों ने रुपए लेने के लिए फोन कर कई बार जगह बदली. हेड कांस्टेबल ने बात किसी को लीक न करने का भरोसा दिलाया तो सुखप्रीत ने उसे गांव की तरफ नहर पर पैसे लेने के लिए बुलाया. सुप्रीत पकड़े जाने के डर से खुद नहीं आई बल्कि साजिश में शामिल विमला नाम की महिला को भेज दिया.
डीएसपी पर धौंस: पुलिस ने योजना के अनुसार उन्हें पकड़ लिया. पकड़े जाने के बाद भी आरोपी महिला सुखप्रीत कौर घबराई नहीं बल्कि डीएसपी सहित सभी पुलिसकर्मियों को धमकाया. थाने आने के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने सारी वारदात कबूल कर ली. शिकायत में नामजद तीनों महिलाओं को पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. मुख्य आरोपी सुखप्रीत कौर, विमला और आंचल पुलिस गिरफ्त में हैं. पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल से अश्लील क्लिप्स और 1420 रुपए भी बरामद किए हैं.
बेटे के लिए मां ने किया गंदा काम: पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला सुखप्रीत कौर को अपने बेटे को विदेश भेजने के लिए रुपयों की जरूरत थी. इसी कारण उसने यह साजिश रची. सीएलजी मेंबर होने के नाते सुखप्रीत ने पूरी रणनीति के तहत काम किया. उसने थाने के एचएम की कुछ समय पहले शिकायत भी की थी. आरोप सुनवाई न करने को लेकर लगाया था. पूरी प्लानिंग के साथ सुख्प्रीत कौर ने गुरदेव सिंह को फोन कर ट्रैप किया और वो सफल भी हो जाती अगर हेड कान्स्टेबल उसकी शिकायत न दर्ज कराते.