श्रीगंगानगर. कांग्रेस से पूर्व विधायक सोना देवी बावरी ने बुधवार जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से अवगत करवाया. पूर्व विधायक सोना देवी बावरी ने किसानों की गेहूं की फसल के लिए ऑफलाइन खरीद की मांग रखी गई. साथ ही गंगनहर से आ रहे जहरीले पानी के मुद्दे को भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा.
पूर्व विधायक सोना देवी बावरी ने बताया कि गेंहूं की एफसीआई की ओर से ऑफलाइन खरीद करवाने के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर पत्र देकर आग्रह किया कि पूर्व की भांति गेंहूं की ऑफलाइन खरीद की जाए ताकि किसान भाइयों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. चूंकि ऑनलाइन ख़रीद करने से मंडियों में किसानों की काफी भीड़ लग जाती है और न ही किसानों के पास अपने घर पर इतने गेहूं के भंडारण की व्यवस्था होती है कि वे गेहूं को रोक कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होने के पश्चात निर्धारित तारीख़ को मंडी में गेहूं विक्रय के लिए लाने का इंतज़ार करे. क्योंकि किसान अपने खेत से फसल निकालकर सीधे मण्डी में विक्रय के लिए लाता है.
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इसके अलावा इस रबी के सीजन में खेतों में अत्यधिक काम होने के कारण किसान के पास इतना समय नहीं होता कि वे रजिस्ट्रेशन करवा सके. इसपर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वे इस समस्या का जल्द समाधान करेंगे. इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र रायसिंहनगर में जल जीवन मिशन योजना के मार्फ़त सुझाए गए समस्त कार्यों के लिए लगभग एक अरब राशि स्वीकृत करने पर आभार व्यक्त किया. चूंकि इस राशि से ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी. इसके अलावा पंजाब से नहरों में छोड़े जा रहे दूषित और केमिकल युक्त पानी के बारे में अवगत करवाया कि गंगनहर, इंदिरागांधी नहरएंव भाखड़ा नहर गंगानगर ,हनुमानगढ़ बीकानेर सहित अन्य ज़िलों के लोगों की जीवन रेखा है. जिसके द्वारा लोगों को सिंचाई के पानी के साथ-साथ पीने का पानी भी उपलब्ध होता है.
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यहां के लोग पूर्णतया नहरोंं के द्वारा मिलने वाले पानी पर ही निर्भर है. परंतु पंजाब की सीमा में इस नहर किनारे स्थापित चमड़ा फैक्टरी तथा अन्य कई कल कारख़ानों से निकलने वाला दूषित पानी भी इन्ही नहरों में प्रवाहित किया जाता है. मजबूरी में लोगों को इस दूषित पानी का प्रयोग करना पड़ता है जिससे बीमारियां भी फैल रही हैं. इस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने शीघ्र ही पंजाब के मुख्यमंत्री से बात कर इसके समाधान का आश्वासन दिया. रायसिंह नगर पंचायत समिति में कोरोना काल के दौरान हुए लाखों रुपए के गबन की जांच की मांग भी मुख्यमंत्री से की गई है.
अनाजमंडी में बोली लगाने को लेकर व्यापारियों में बहस
रायसिंहनगर में आज अनाज मंडी में जिंसों की बोली लगाने को लेकर व्यापारियों के बीच हुई जमकर बहस बाजी हो गई. नई धान मंडी में व्यापार मंडल अध्यक्ष अमित सिंघल के साथ एक व्यापारी बीच बहस बाजी के चलते कृषि उपज मंडी समिति सचिव दीपेंद्र शर्मा भी मौके पर पहुंच गए . कृषि उपज मंडी समिति के अधिकारियों के साथ व्यापारियों ने भी दोनों पक्षों में समझाइश के प्रयास शुरू किए. जानकारी के अनुसार आज चने की बोली शुरू करने के दौरान व्यापार मंडल अध्यक्ष व नई धान मंडी में स्थित दुकान नंबर 81 के मालिक के बीच काफी गहमागहमी हो गई. बताया जा रहा है कि कुछ व्यापारियों के नहीं पहुंचने से बोली शुरू नहीं हुई थी. जिसके चलते मौके पर पहुंचे व्यापार मंडल अध्यक्ष व व्यापारियों के बीच काफी कहासुनी हो गई.