श्रीगंगानगर. तीन दिन पहले नगर परिषद की बोर्ड बैठक में आयुक्त प्रियंका बुडानिया को अपमानित करने के इरादे से अशोभनीय टिप्पणी के मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की मांग प्रशासन से की गई है. इस संबंध में सभापति करुणा चांडक व नगर परिषद कर्मचारी यूनियन ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है. हालांकि इससे पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी पार्षदों से बैठक में शामिल नहीं होने के निर्देश दिए थे. इसके बावजूद 10 पार्षद न केवल बैठक में शामिल हुए बल्कि इनमें से 9 पार्षदों ने अपनी ही पार्टी के पार्षद के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया.
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सोमवार को नगर परिषद बोर्ड की विशेष बैठक में नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाकर उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव पास किया गया. बैठक में 39 पार्षदों में शामिल होने का दावा किया गया. इससे पहले आयुक्त प्रियंका बुडानिया ने आपात बैठक बुलाने की जानकारी दी. इसके बाद सभापति करुणा चांडक ने बैठक की कार्रवाई शुरू करते हुए कहा कि आज की आपात बैठक का विषय बेहद गंभीर है.
तीन दिन पहले बोर्ड बैठक में पार्षद बबीता गौड द्वारा आयुक्त के खिलाफ की गई अशोभनीय टिप्पणी को लेकर नगर परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों व सफाई कर्मचारियों में आक्रोश है. उन्होंने हड़ताल की चेतावनी भी दे रखी है. अनेक पार्षद भी बबीता गौड के खिलाफ निंदा प्रस्ताव में निलंबन की कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. बैठक में उपस्थित सभी पार्षदों से प्रस्ताव के पक्ष-विपक्ष में अपने विचार रखने का आग्रह किया.
इस पर पार्षद संजय विश्नोई, बंटी वाल्मीकि, कमला विश्नोई, बलजीत, ओमी मित्तल ने शुक्रवार को विधायक, अधिकारियों, कर्मचारियों व पार्षदों की मौजूदगी में पार्षद बबीता के द्वार आयुक्त पर असंसदीय भाषा का प्रयोग करने की निंदा करते हुए निलंबन की कार्रवाई के प्रस्ताव का समर्थन किया. इसके बाद सभी उपस्थित पार्षदों ने हाथ खड़े कर बबीता गौड के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पास किया.