श्रीगंगानगर. शहर के कालिया गांव में सोनवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए 2 बालकों के शव मंगलवार सुबह मिलने से गांव में शोक की लहर दौड़ गई. यह दोनों शव गांव की ही वाटरवर्क्स की डिग्गी में मिले हैं. बता दें कि दोनों बालक सोमवार शाम को लापता हो गए थे. ऐसे में मंगलवार सुबह जब डिग्गी में शव मिलने की सूचना मिली तो गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई.
सूचना पाकर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए. सदर थाना प्रभारी राजेश सिहाग और दुसरे पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से दोनों के शव को डिग्गी से निकलवाया. वहीं पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. जहां बाद में इनका पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
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थाना प्रभारी राजेश सिहाग ने बताया कि कालिया गांव के दीपक उर्फ दीपू नायक और संदीप नायक नामक बालक सोमवार शाम को लापता हो गए थे. यह दोनों करीब 10 साल की उम्र के है. 29 जनवरी को होने वाले सरपंच चुनाव को लेकर एक उम्मीदवार के समर्थन में निकाली गई थी. ऐसे में इस रैली में यह दोनों बच्चे गए हुए थे.
रैली समापन होने के बाद देर रात तक यह दोनों बच्चे घर नहीं पहुंचे तब परिवार वालों ने इनकी तलाश की. मगर कहीं भी इनका पता नहीं चलने पर सोमवार शाम को सदर थाना में इनकी गुमशुदगी दर्ज करवाई गई. रात भर से इन बच्चों की तलाश की जा रही थी. मंगलवार सुबह गांव में बनी वाटरवर्क्स की डिग्गी में दोनों के शव मिले तो गांव में शोक की लहर दौड़ गई. दोनों बच्चों के शवों को पानी की डिग्गी से निकालकर इन्हें सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है.
सदर थानाधिकारी सिहाग ने बताया कि इन बच्चों के लापता होने और डिग्गी में गिरने के मामले की जांच शुरू कर दी गई है. इसके लिए पूछताछ चल रही है. बच्चो के शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं है. फिर भी यह मामला संदिग्ध है. दोनों बच्चे कालिया गांव के निवासी है और दोनों अलग-अलग परिवारों के हैं.