श्रीगंगानगर. कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपल अब मेडिकल कॉलेज बीकानेर नहीं भेजे जाएंगे. जिला अस्पताल में कोरोना जांच लैब जल्दी ही शुरू की जाएगी. राज्य सरकार ने श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में लैब खोलने के लिए 3 करोड़ 96 लाख रुपए का बजट जारी किया था, जिसके बाद लैब का कार्य अंतिम चरण में पूरा हो गया है. बता दें कि चिकित्सा विभाग ने राज्य के 6 जिला अस्पतालों में कोरोना जांच लैब खोलने की स्वीकृति दी थी, जिसमें श्रीगंगानगर जिला अस्पताल भी शामिल है.
वहीं जिला अस्पताल ने सरकार को स्टाफ और अन्य खर्च के लिए 3 करोड़ 70 लाख रुपए दिए हैं. श्रीगंगानगर जिला अस्पताल की कोरोना जांच लैब में जल्दी ही सैंपलिंग का कार्य शुरू होगा. जिला अस्पताल की कोरोना लैब को मेडिकल कॉलेज बीकानेर सुपरविजन करेगा. इसके लिए राज्य सरकार को 1 करोड़ 3 लाख रुपए उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव भेजा था.
जिला अस्पताल को लैब के लिए सिविल वर्क, फर्नीचर, एसी आदि के लिए अलग से 15 लाख रुपए का बजट अलग से स्वीकृत किया गया था. लैब में दो नेगेटिव एयर प्रेशर कैबिनेट बनेगी, जिससे जांच के दौरान वायरस बाहर की तरफ लीक नहीं हो सकेगा. इसमें पीसीआर आरटी मशीनें और अन्य उपकरण लगेंगे, इसके लिए 9 डॉक्टर और 25 टेक्निकल स्टाफ की जरूरत पड़ेगी.
जिला चिकित्सालय के फिजियोथेरेपी विभाग में कोविड-19 जांच लैब स्थापित की गई है. जिला अस्पताल में बनाई गई कोरोना सैंपल जांच लैब में सैंपल जांच का कार्य पूरा हो गया है. बताया जा रहा है कि ट्रायल के परिणामों से बीकानेर से आई विशेष टीम बहुत प्रभावित हुई है. अब लेब को जोधपुर से प्रमाण पत्र जारी होगा. इसके तुरंत बाद जिला अस्पताल में लैब अपना काम शुरू कर देगी.
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लैब की रिपोर्ट को बीकानेर मेडिकल कॉलेज से जोधपुर भेजा जाएगा, वहां से जारी प्रमाण पत्र होने के बाद लैब में जांच शुरू हो जाएगी. जिला मुख्यालय पर कोरोना संक्रमण मरीजों की सैंपल जांच रिपोर्ट शुरू होने के बाद अब मात्र 12 घंटे में ही रिपोर्ट मिलेगी. वहीं हनुमानगढ़ से आने वाली सैंपल की जांच श्रीगंगानगर लैब में होगी, इससे बीकानेर सैंपल लेकर नहीं जाना पड़ेगा और जांच रिपोर्ट जल्दी आएगी.