श्रीगंगानगर. शारीरिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 2018 का परीक्षा परिणाम जारी करवाने और नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने जिला कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू किया है. धरने पर बैठे अभ्यर्थियों का कहना है कि 30 सितंबर 2018 को राजस्थान अधीनस्थ बोर्ड ने परीक्षा आयोजित करवाई थी, फरवरी 2019 में अधीनस्थ बोर्ड ने डाक्यूमेंट्स के लिए डेढ़ गुना अभ्यर्थियों को बुलाकर डॉक्यूमेंट चेक किए, लेकिन 9 माह बाद भी अंतिम परीक्षा प्रणाम जारी नहीं किया जा रहा है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि पहले बेरोजगार होने के कारण निजी स्कूलों में शारीरिक शिक्षक के पद पर लगे हुए थे. लेकिन, भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के कारण स्कूलों को भी छोड़ दिया गया. पिछले एक माह में मुख्यमंत्री से लेकर सरकार के तमाम मंत्रियों को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में 4500 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में लगभग 6700 से अधिक अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जो कि अंतिम परिणाम जारी नहीं करने से सभी अधर झूल में लटके हुए हैं.
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उन्होंने आगे बताया कि अधीनस्थ बोर्ड ने जल्दी ही कोई समाधान नहीं किया तो 11 सितंबर से अभ्यर्थी बड़े आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे. जिसके तहत प्रत्येक जिला मुख्यालय पर आमरण-अनशन शुरू किया जाएगा. मुख्यमंत्री शारीरिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को तुरंत प्रभाव से संपूर्ण करवाएं, ताकि बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिल सके.
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वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल हमारे खिलाड़ियों को सरकारी स्कूलों में लगे चयनित शारिरिक शिक्षक ही दिलाते हैं, लेकिन स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होगी तो खिलाड़ियों को कैसे तरासा जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ युवाओं को नौकरी देने की बात कह रही है तो दूसरी तरफ जो भर्ती प्रक्रिया हो चुकी है उनको पूरा नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते युवा बेरोजगार घूम रहे हैं.