श्रीगंगानगर. केंद्र सरकार एक और जहां डिजिटल इंडिया की बात कह रही है, वहीं दूसरी तरफ सीमावर्ती क्षेत्र में भारत संचार लिमिटेड यानी बीएसएनएल की बेकार सेवाएं से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सीमावर्ती क्षेत्र में बीएसएनएल के मोबाइल टावर में रेंज नहीं रहने से मोबाइल उपभोक्ताओं को भारी परेशानियां उठानी पड़ रही है.
बता दें कि सीमावर्ती क्षेत्र हिंदुमलकोट में लगे बीएसएनल नेटवर्क का दफ्तर आधे से अधिक समय तक बंद रहता है. टावर से बिजली चली जाने के साथ ही घंटो तक नेटवर्क भी गायब हो जाता है. जिसके चलते बीएसएनएल उपभोक्ताओं का मोबाइल संपर्क टूट जाता हैं. वहीं बीएसएनएल के खराब सेवाओं के चलते यहां के लोग अब बीएसएनएल से मुंह मोड़ने लगे हैं.
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ग्रामीणों की माने तो बीएसएनल का यह दफ्तर अक्सर बंद रहता है. मोबाइल टावर से घंटों तक बिजली चली जाती है. मगर संभालने के लिए कोई कर्मचारी नहीं आता है. टावर से बिजली गायब होने के साथ ही बीएसएनएल का नेटवर्क गायब हो जाता है, जिसके चलते मोबाइल धारक और इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. घंटों तक टावर में बिजली नहीं आने से यहां के उपभोक्ता बीएसएनएल अधिकारियों को फोन लगाते रहते हैं, लेकिन सुनवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है.
हिंदुमलकोट गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसा होने के कारण बीएसएनएल नेटवर्क की रेंज से जुड़ी समस्या यहां लंबे समय से बनी रही है. लेकिन 4जी के दौर में फिलहाल यह समस्या और विकराल रूप धारण करती जा रही है. जिसके कारण उपभोक्ता ऐसी सेवाओं से ना केवल परेशान है, बल्कि उपभोक्ताओं का अब बीएसएनएल से मोहभंग होने लगा है.