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सर्दी का सीतमः श्रीगंगानगर में ठंड से गोशाला में पशुओं की मौत - आवारा पशु

श्रीगंगानगर में सर्दी का कहर जारी है, एक तरफ जहां इंसान घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं. वहीं प्रशासन की अनदेखी की वजह से आवारा पशुओं की कोई सुध नहीं ले रहा है. इसी कारण जिले की एक गौशाला में कई पशुओं की मौत हो गई.

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गोशाला में पशुओं की हुई मौत
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Published : Dec 27, 2019, 9:00 PM IST

श्रीगंगानगर. भयंकर सर्दी में जहां आम लोग आम परेशान हो रहे हैं. वहीं पशु भी दुखी हो रहे हैं और सर्दी की वजह से उनकी मौत हो रही है. एक तरफ नगरपरिषद आवारा पशु पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है.

सर्दी की वजह से गोशाला में पशुओं की हुई मौत

बता दें कि सड़क पर आवारा पशु घूम रहे हैं और इस हाड़ कपाने वाली सर्दी में पशुओं को उचित स्थान नहीं मिलने से वह मरे जा रहे हैं. शुक्रवार को सुखाड़िया सर्किल स्थित गौशाला में दर्जनों की संख्या में पशु मृत पाए गए और गौशाला में सार संभाल करने वाले कर्मचारी ने बताया कि यह सारे पशु शहर के विभिन्न स्थानों से लाए गए हैं जो कि बीमार थे या गंदगी खाने से मरे हैं और बताया कि गोशाला में हजारों की संख्या में पशु है. जिनकी साम संभाल गौशाला समिति करती है.और शहर के विभिन्न स्थानों से यह पशु लाए जाते हैं.

पढ़ेंः सादुलपुर कृषि उपज मंडी में आवारा पशुओं का आतंक, व्यापारियों का धंधा हो रहा चौपट

बता दें कि नगर परिषद के द्वारा जो भी पशु शहर की अलग जगहों से लाए जाते है, उन्हें भी गोशाला में ही रखा जाता है. क्योंकि नगर परिषद के पास पशुओं को रखने की उचित व्यवस्था नही है. उनके द्वारा पकड़े गये पशुओं को इसी गौशाला में रखने के कारण गोशाला में पशुओं की संख्या बहुत अधिक है. वहीं दूसरी तरफ लोगों से ये आरोप लगाये जाते है कि गौशाला संचालक पशुओं की ठीक ढंग से देखभाल करते तो पशु नहीं मरते हैं. हालांकि गौशाला की एंबुलेंस समय-समय पर बीमार और मृत पशु लेकर आती है, लेकिन उसमें कुछ पशु बहुत बीमार होते है. उनका भी इलाज करवाया जाता है.

श्रीगंगानगर. भयंकर सर्दी में जहां आम लोग आम परेशान हो रहे हैं. वहीं पशु भी दुखी हो रहे हैं और सर्दी की वजह से उनकी मौत हो रही है. एक तरफ नगरपरिषद आवारा पशु पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है.

सर्दी की वजह से गोशाला में पशुओं की हुई मौत

बता दें कि सड़क पर आवारा पशु घूम रहे हैं और इस हाड़ कपाने वाली सर्दी में पशुओं को उचित स्थान नहीं मिलने से वह मरे जा रहे हैं. शुक्रवार को सुखाड़िया सर्किल स्थित गौशाला में दर्जनों की संख्या में पशु मृत पाए गए और गौशाला में सार संभाल करने वाले कर्मचारी ने बताया कि यह सारे पशु शहर के विभिन्न स्थानों से लाए गए हैं जो कि बीमार थे या गंदगी खाने से मरे हैं और बताया कि गोशाला में हजारों की संख्या में पशु है. जिनकी साम संभाल गौशाला समिति करती है.और शहर के विभिन्न स्थानों से यह पशु लाए जाते हैं.

पढ़ेंः सादुलपुर कृषि उपज मंडी में आवारा पशुओं का आतंक, व्यापारियों का धंधा हो रहा चौपट

बता दें कि नगर परिषद के द्वारा जो भी पशु शहर की अलग जगहों से लाए जाते है, उन्हें भी गोशाला में ही रखा जाता है. क्योंकि नगर परिषद के पास पशुओं को रखने की उचित व्यवस्था नही है. उनके द्वारा पकड़े गये पशुओं को इसी गौशाला में रखने के कारण गोशाला में पशुओं की संख्या बहुत अधिक है. वहीं दूसरी तरफ लोगों से ये आरोप लगाये जाते है कि गौशाला संचालक पशुओं की ठीक ढंग से देखभाल करते तो पशु नहीं मरते हैं. हालांकि गौशाला की एंबुलेंस समय-समय पर बीमार और मृत पशु लेकर आती है, लेकिन उसमें कुछ पशु बहुत बीमार होते है. उनका भी इलाज करवाया जाता है.

Intro: श्रीगंगानगर : भयंकर सर्दी में जहां आम लोग आम परेशान हो रहे हैं ।वहीं पशु भी दुखी हो रहे हैं और सर्दी की वजह से उनकी मौत हो रही है। एक तरफ नगरपरिषद आवारा पशु पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है । सड़क पर आवारा पशु घूम रहे हैं। और इस हाड़ कपाने वाली सर्दी में पशुओं को उचित स्थान नहीं मिलने से वह मरे जा रहे हैं । आज सुखाड़िया सर्किल स्थित गौशाला में दर्जनों की संख्या में पशु मृत पाए गए और गौशाला में सार संभाल करने वाले कर्मचारी ने बताया कि यह सारे पशु शहर के विभिन्न स्थानों से लाए गए हैं जो कि बीमार थे या गंदगी खाने से मरे हैं और बताया कि गोशाला में हजारों की संख्या में पशु है। जिनकी साम संभाल गौशाला समिति करती है।और शहर के विभिन्न स्थानों से यह पशु लाये जाते हैं। Body:नगर परिषद के द्वारा जो भी पशु शहर की अलग जगहों से लाये जाते है।उन्हें भी गोशाला में ही रखा जाता है। क्यो कि नगर परिषद के पास पशुओं को रखने की उचित व्यवस्था नही है। उनके द्वारा पकड़े गये पशुओ को इसी गौशाला में रखने के कारण गोशाला में पशुओं की संख्या बहुत अधिक है। वहीं दूसरी तरफ लोगों से ये आरोप लगाये जाते है कि गौशाला संचालक पशुओं की ठीक ढंग से देखभाल करते तो पशु नही मरते हैं। हालांकि गौशाला की एंबुलेंस समय-समय पर बीमार व मृत पशु लेकर आती है। लेकिन उसमें कुछ पशु बहुत बीमार होते है। उनका भी इलाज करवाया जाता है और कुछ पशु गंदगी खाने की वजह से मर जाते है।

बाईट: संतलाल शर्मा(गोशाला कर्मचारी)Conclusion:गोशाला में मारे दर्जनो पशु।
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