श्रीगंगानगर. फिरौती की मांग को लेकर 8 नवंबर को शहर के एक व्यापारी पर फायरिंग के मामले में तीन युवकों को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए युवकों में एक शोपू संगठन का जिलाध्यक्ष भी शामिल है. इन सभी के गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अन्य गैंगस्टर संगठनों से संबंध है. तीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया जायेगा.
फिलहाल इनसे पूछताछ चल रही है. इनके साथी फायर कर फरार हो गए थे, इनको भी पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है. गिरफ्तार युवकों से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है. इसकी तस्दीक की जा रही है. जवाहर नगर क्षेत्र निवासी व्यापारी लीलाधर मित्तल के दामाद शुभम गुप्ता पर एक करोड़ की फिरौती की मांग को लेकर बैंक कॉलोनी में बाइक सवार युवक फायरिंग कर फरार हो गए थे. इस वारदात में गोली शुभम गुप्ता की कार पर लगी थी. वारदात के बाद कई पुलिस टीमों का गठन किया गया था. सूरतगढ़ डीएसपी विद्या प्रकाश, डीएसपी सिटी इस्माइल खान के नेतृत्व में गठित टीम ने मोहन लाल उर्फ मोनू जालप निवासी दुलमेरा बीकानेर, भंवरलाल मेघवाल निवासी बीकानेर और सौरभ पटवा निवासी बीकानेर को पकड़ा है.
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गिरफ्तार तीनों युवकों ने व्यापारी पर फायरिंग करने वालों का सहयोग किया था. फायरिंग कर फरार होने वाले युवकों की भी पहचान हो गई है।इसके लिए पुलिस की टीमें उन्हें पकड़ने का प्रयास कर रही है. पुलिस की एक टीम को बीकानेर और दूसरी टीम को पंजाब भेजा गया है. वहां की स्थानीय पुलिस का सहयोग लेकर उन्हें पकड़ने का प्रयास पुलिस कर रही है. वारदात के उपयोग में लिया गया पिस्टल के अलावा मोबाइल को बरामद करने का प्रयास चल रहा है.
सौरभ पटवा और भंवरलाल ने मिलकर मोहन लाल उर्फ मोनू के कहने पर किसी अन्य व्यक्ति के आधार कार्ड से एक मोबाइल की सिम एक्टिवेट करवा कर यह सिम मोहनलाल को सौंपी थी. इसी सिम कार्ड से लीलाधर मित्तल और उसके दामाद शुभम गुप्ता को फोन कर एक करोड़ रुपए मांगने की धमकी दी थी. मोहन लाल उर्फ मोनू अपने आपको बीकानेर जिले के सोपू संगठन का जिलाध्यक्ष बता रहा है.