ETV Bharat / city

बजट 2020 : क्या है व्यापारियों की उम्मीदें, जानिए...

author img

By

Published : Jan 26, 2020, 12:36 PM IST

मोदी सरकार 1 फरवरी 2020 को बजट पेश करने जा रही है. सीकर के व्यापारियों का कहना है, कि सरकार उनका खास ध्यान रखे और व्यापार को जिंदा रखने वाले फैसले करे.

राजस्थान न्यूज,  सीकर स्पेशल स्टोरी,  Sikar Special Story
बजट 2020

सीकर. सरकार 1 फरवरी 2020 को बजट पेश करने वाली है. इस बजट से देश को काफी उम्मीदें हैं. हर वर्ग बजट में खुद के लिए राहत चाहता है. बजट को लेकर सीकर के व्यापारियों की भी कई बड़ी मांगें हैं.

व्यापारियों को चाहिए GST में छूट

व्यापारी चाहते हैं, कि बजट में सरकार उनका खास ध्यान रखे और व्यापार को जिंदा रखने वाले फैसले करे. क्योंकि मौजूदा समय में छोटे व्यापारी सबसे ज्यादा परेशान हैं और बाजारों में मंदी का असर साफ देखने को मिल रहा है.

पढ़ेंः मतदाता दिवस के अवसर पर युवाओं ने रैली निकाल जागरूकता का दिया संदेश

सीकर के व्यापारियों का कहना है, कि सबसे पहले व्यापारियों को GST में छूट होना चाहिए और उसका सरलीकरण भी चाहते हैं. व्यापार ठप होने के पीछे GST और नोटबंदी ही सबसे बड़ी वजह रही है, इसलिए GST में बदलाव जरूरी है. दूसरी तरफ बाजारों में मंदी के लिए व्यापारी नई ट्रांसपोर्ट नीति को भी दोषी ठहराते हैं.

पढ़ेंः चोरी की बढ़ती वारदातों से नाराज लोगों ने किया स्टेट हाइवे जाम, पुलिस चौकी खोलने की मांग

व्यापारियों का कहना है, कि अगर ट्रांसपोर्ट पर कार्रवाई होगी या फिर जुर्माना ज्यादा होगा तो उसका सीधा असर व्यापार पर पड़ेगा, क्योंकि माल भाड़ा महंगा होगा. इस वजह से भी बाजारों में मंदी है. व्यापारी चाहते हैं, कि आने वाले बजट में ट्रांसपोर्ट नीति पर भी सरकार कोई अच्छा फैसला करे. ज्यादातर व्यापारियों का कहना है, कि सरकार छोटे व्यापारियों के राहत वाले फैसले करे.

बाजारों में बड़ी कंपनियों या फिर ऑनलाइन कारोबार से मंदी बढ़ी है. व्यापारी चाहते हैं, कि जो बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़े-बड़े मार्ट लेकर बाजारों में उतर रहीं हैं, उन पर अंकुश लगे और छोटे व्यापारियों के राहत के फैसले सरकार बजट में करे. व्यापारियों की सबसे ज्यादा जीएसटी में छूट की मांग है.

सीकर. सरकार 1 फरवरी 2020 को बजट पेश करने वाली है. इस बजट से देश को काफी उम्मीदें हैं. हर वर्ग बजट में खुद के लिए राहत चाहता है. बजट को लेकर सीकर के व्यापारियों की भी कई बड़ी मांगें हैं.

व्यापारियों को चाहिए GST में छूट

व्यापारी चाहते हैं, कि बजट में सरकार उनका खास ध्यान रखे और व्यापार को जिंदा रखने वाले फैसले करे. क्योंकि मौजूदा समय में छोटे व्यापारी सबसे ज्यादा परेशान हैं और बाजारों में मंदी का असर साफ देखने को मिल रहा है.

पढ़ेंः मतदाता दिवस के अवसर पर युवाओं ने रैली निकाल जागरूकता का दिया संदेश

सीकर के व्यापारियों का कहना है, कि सबसे पहले व्यापारियों को GST में छूट होना चाहिए और उसका सरलीकरण भी चाहते हैं. व्यापार ठप होने के पीछे GST और नोटबंदी ही सबसे बड़ी वजह रही है, इसलिए GST में बदलाव जरूरी है. दूसरी तरफ बाजारों में मंदी के लिए व्यापारी नई ट्रांसपोर्ट नीति को भी दोषी ठहराते हैं.

पढ़ेंः चोरी की बढ़ती वारदातों से नाराज लोगों ने किया स्टेट हाइवे जाम, पुलिस चौकी खोलने की मांग

व्यापारियों का कहना है, कि अगर ट्रांसपोर्ट पर कार्रवाई होगी या फिर जुर्माना ज्यादा होगा तो उसका सीधा असर व्यापार पर पड़ेगा, क्योंकि माल भाड़ा महंगा होगा. इस वजह से भी बाजारों में मंदी है. व्यापारी चाहते हैं, कि आने वाले बजट में ट्रांसपोर्ट नीति पर भी सरकार कोई अच्छा फैसला करे. ज्यादातर व्यापारियों का कहना है, कि सरकार छोटे व्यापारियों के राहत वाले फैसले करे.

बाजारों में बड़ी कंपनियों या फिर ऑनलाइन कारोबार से मंदी बढ़ी है. व्यापारी चाहते हैं, कि जो बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़े-बड़े मार्ट लेकर बाजारों में उतर रहीं हैं, उन पर अंकुश लगे और छोटे व्यापारियों के राहत के फैसले सरकार बजट में करे. व्यापारियों की सबसे ज्यादा जीएसटी में छूट की मांग है.

Intro:सीकर
केंद्र सरकार का बजट एक फरवरी को प्रस्तावित है। इस बजट से देश को काफी उम्मीदें हैं हर वर्ग बजट में खुद के लिए राहत चाहता है। बजट को लेकर सीकर के व्यापारियों की भी कई बड़ी मांगे हैं। व्यापारी चाहते हैं कि बजट में सरकार उनका खासा ध्यान रखें और व्यापार को जिंदा रखने वाले फैसले करें क्योंकि मौजूदा समय में छोटे व्यापारी सबसे ज्यादा परेशान है और बाजारों में मंदी का असर साफ देखने को मिल रहा है।


Body:सीकर के व्यापारियों से बातचीत की तो यह सामने आया कि सबसे पहले व्यापारियों को जीएसटी में छूट चाहिए और उसका सरलीकरण भी चाहते हैं। व्यापारियों का कहना है कि व्यापार ठप होने के पीछे जीएसटी और नोटबंदी ही सबसे बड़ी वजह रही है इसलिए जीएसटी में बदलाव जरूरी है। दूसरी तरफ बाजारों में मंदी के लिए व्यापारी नई ट्रांसपोर्ट नीति को भी दोषी ठहराते हैं। व्यापारियों का कहना है कि अगर ट्रांसपोर्ट पर कार्रवाई होगी या फिर जुर्माना ज्यादा होगा तो उसका सीधा असर व्यापार पर पड़ेगा क्योंकि माल भाड़ा महंगा होगा। इस वजह से भी बाजारों में मंदी है और व्यापारी चाहते हैं कि आने वाले बजट में ट्रांसपोर्ट नीति पर भी सरकार कोई अच्छा फैसला करें। ज्यादातर व्यापारियों का कहना है है कि सरकार छोटे व्यापारियों के राहत वाले फैसले करें। आज बाजारों में बड़ी कंपनियों या फिर ऑनलाइन कारोबार से मंदी बढ़ी है। व्यापारी चाहते हैं कि जो बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़े-बड़े मार्ट लेकर बाजारों में उतर रही है उन पर अंकुश लगे और छोटे व्यापारियों के राहत के फैसले सरकार बजट में करें। सबसे ज्यादा जीएसटी में छूट की व्यापारियों की मांग है।


Conclusion:बाईट
1 रमेश सिंह नरूका व्यापारी
2 सुशील मटोलिया व्यापारी
3 जितेंद्र जोशी, व्यापारी
4 ताराचंद व्यापारी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.