सीकर. तीन दिन पहले जयपुर के रामगंज इलाके से नागौर अपने गांव जाने के लिए पैदल निकले तीन लोगों में से एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. ये तीनों जयपुर से सीकर जिले के पलसाना कस्बे तक पहुंच गए थे, लेकिन वहां पहुंचते-पहुंचते प्रशासन को इनकी भनक लग गई और इनको पकड़कर आइसोलेशन वार्ड में रखा था.
गनीमत ये रही कि सीकर जिले में ये किसी के संपर्क में नहीं आए. केवल जिस घर में गए थे, उसके लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. रविवार को जब प्रदेश के कोरोना के आंकड़े जारी हुए हैं तो उसमें सीकर जिले में भी एक पॉजिटिव बताया गया. जिले में पहली बार पॉजिटिव का मामला सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. लेकिन जब पूरी रिपोर्ट आई तो पता चला कि ये व्यक्ति नागौर का रहने वाला है, जिसे सीकर में पकड़ा गया था.
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सीकर के CMHO डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि जयपुर के रामगंज से तीन लोग नागौर के डीडवाना इलाके में अपने गांव जाने के लिए पैदल निकले थे, ये लोग भी जमात से जुड़े थे. सीकर के पलसाना कस्बे में पहुंचने के बाद ये लोग यहां किसी परिचित के पास पहुंचे थे कि लोगों ने प्रशासन को सूचना दे दी और तुरंत ही तीनों को पकड़कर खाटूश्यामजी में प्रशासन ने आइसोलेशन में रखा है. रविवार को इनकी रिपोर्ट आई तो इनमें से एक 72 साल का व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया है. पॉजिटिव मरीज को जयपुर के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया है.
आमजन और प्रशासन की मुस्तैदी से बच रहा है सीकर
ये तीनों लोग जैसे ही पलसाना में परिचित के पास पहुंचे तो उसने अपने पड़ोसियों को इनकी जानकारी दी और तुरंत ही पड़ोसियों ने प्रशासन तक जानकारी पहुंचा दी. लोगों की इस मुस्तैदी की वजह से ही प्रशासन ने इन तीनों को तुरंत ही पकड़कर क्वॉरेंटाइन कर दिया. इस वजह से ये सीकर में लोगों के संपर्क में नहीं आ पाए. प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से ही अभी तक सीकर जिला कोरोना वायरस से बचा हुआ है और यहां पर पॉजिटिव केस कोई भी नहीं आया है.