सीकर. कोरोना वायरस की वजह हुए लॉकडाउन के दौरान गरीबों की सहायता के लिए सरकार की ओर से दी गई, 2500 रुपये की सहायता राशि को सरकारी कर्मचारी डकार गए. सरकारी कर्मचारियों ने वह पैसा उठा लिया. सीकर में जिला प्रशासन ने अब इस तरह के कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान गरीब लोगों को सहायता के लिए सरकार ने पहले 15 सौ और उसके बाद 1000 रुपये जारी किए थे. यह पैसा सीधे गरीब लोगों के खातों में डाला गया था. इस 2500 की सहायता को सीकर में सरकारी कर्मचारियों ने भी उठा लिया.
अब जयपुर से श्रम विभाग ने सीकर जिला प्रशासन को 66 कर्मचारियों की सूची भेजी हैं. अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश नारायण ने बताया कि सभी एसडीएम को आदेश दिए गए हैं कि कर्मचारियों से पैसे की वापस वसूली की जाए. इसके साथ-साथ सभी से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी.
उन्होंने बताया कि सीकर में जिला प्रशासन ने 12 हजार लोगों को चिन्हित कर उनके खातों में पैसा जिला स्तर से डाला था, उनकी भी जांच करवाई जा रही है. अभी जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनके खाते में राज्य सरकार के स्तर पर पैसा डाला गया था.