सीकर. कोरोना महामारी के दौरान आमजन को बचाने में जुटे चिकित्सक, पुलिसकर्मी और सफाई कर्मियों के बच्चों को स्कूलों में आने और बैठने को लेकर एनसीईआरटी के आदेश का राजस्थान सेवारत चिकित्सक महासंघ ने विरोध करना शुरू कर दिया है. चिकित्सक संघ ने चेतावनी दी है कि अगर एनसीईआरटी अपना आदेश वापस नहीं लेती है, तो पुरजोर विरोध किया जाएगा और आंदोलन किया जाएगा.
चिकित्सक संघ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी ने कहा कि एनसीईआरटी ने एक आदेश निकाला है कि स्कूल खुलने पर कोरोना वॉरियर्स के बच्चों को अलग बैठाया जाएगा, क्योंकि उनसे संक्रमण का खतरा रहेगा. इसके अलावा स्कूल में आने पर बच्चों से पूछताछ भी की जाएगी. डॉ. चौधरी ने कहा कि ऐसा सौतेला व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कोरोना की जंग में जुटे चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों से कभी मकान मालिकों ने किराये का मकान खाली करवाया, कहीं दूध, राशन का सामान देने वालों को भी दूध और राशन देने से मना किया गया. जबकि ये लोगों की जान बचा रहे हैं और इस बार जो बच्चों के लिए आदेश है यह बहुत गलत है.
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क्या है NCERT का आदेश
जानकारी के मुताबिक जो अभिभावक कोरोना ड्यूटी में लगे हैं, उन्हें इसके बारे में स्कूल को पहले से सूचित करना होगा. उनके बच्चों को स्कूल में अलग से बैठाना होगा. साथ ही उन अभिभावकों को पीटीएम में भी नहीं बुलाया जाएगा. चिकित्सक संघ के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि यह आदेश हमारी भावनाओं के साथ कुठाराघात है.