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सीकर : कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए निजी वाहनों के आवागमन पर रोक, जिला कलेक्टर ने किया मुख्य मार्गों का दौरा

राज्य सरकार ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश में निजी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई गई है. वहीं सोमवार को जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी और जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने मुख्य मार्गों का दौरा किया. इस दौरान घरों से अनावश्यक कारणों से बाहर निकले लोगों पर चालान की कार्रवाई की जा रही है.

Sikar Hindi News , District Superintendent of Police Kunwar Rashtdeep
कोरोना संक्रमण के बीच जिला कलेक्टर ने किया मुख्य मार्गों का दौरा
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Published : Apr 26, 2021, 3:36 PM IST

सीकर. राज्य सरकार की ओर से राज्य में कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए लागू किए गए जन अनुशासन पखवाड़े और गृह विभाग की ओर से 23 अप्रैल को जारी की गई गाइडलाइन के अंतर्गत राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में निजी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई गई है. सुबह 11 बजे के बाद शहर में निजी वाहनों के आवागमन पर लगाई गई रोक के बाद जहां जिले की सीमाओं पर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की टीम की ओर से लगातार वाहनों की जांच की जा रही है. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर कार्रवाई भी की जा रही है.

कोरोना संक्रमण के बीच जिला कलेक्टर ने किया मुख्य मार्गों का दौरा

वहीं दूसरी ओर शहर में भी इसकी पालना की सुनिश्चितता के लिए जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी और जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप की ओर से जाप्ते के साथ लगातार शहर के प्रमुख मार्गों का दौरा किया जा रहा है. साथ ही शहर की घनी आबादी वाली गलियों, मौहल्लों, कॉलोनियों आदि का दौरा किया जा रहा है और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकले लोगों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की जा रही है और वाहनों को जब्त किया जा रहा है.

जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि राज्य सरकार के विभाग की ओर से राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में और शहर के अंदर निजी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है. दुकानों के खुलने के समय को भी कम कर दिया गया है तो इसका जायजा लेने के लिए आज मेरे और जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से शहर का दौरा किया गया.

जिला कलेक्टर ने बताया कि आज हमारी ओर से लोगों की संक्रमण के प्रति गंभीरता का पता लगाने के लिए ही शहर का दौरा किया जा रहा है और हमारा काम किसी को प्रताड़ित करना या किसी के साथ जबरदस्ती करना नहीं है लेकिन वर्तमान में महामारी की गंभीरता लोगों को तभी पता चल रही है जब वह अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं.

जिला कलेक्टर ने कहा कि यह बहुत ही चिंता का विषय है कि वहां जाते जाते रोगी की स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि कई बार उसका उपचार करना चिकित्सकों के नियंत्रण से भी बाहर हो जाता है. ऐसे में यदि हमें संक्रमण से बचना है तो बिना किसी आवश्यक करण के सड़कों, गलियों आदि में नहीं निकलना है तभी हम इस संक्रमण से बच पाएंगे.

पढ़ें- COVID-19 : जानें राजस्थान के प्रमुख शहरों में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स

जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में जिले में संक्रमण के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है जिनमें से ज्यादा केस गंभीर स्थिति वाले आ रहे हैं. ऐसे में हमारी ओर से पूरे प्रयास किए ही जा रहे हैं लेकिन यदि लोग अभी भी लापरवाही बरतते हैं तो एक समय ऐसा जरूर आएगा जब हमारी ओर से की जा रही व्यवस्था भी कम पड़ेगी. ऐसे में मेरी सभी लोगों से यही अपील है की आवश्यकता पड़ने पर ही घर से निकलें. साथ ही मास्क और सामाजिक दूरी की पालना सख्ती से करें.

सीकर. राज्य सरकार की ओर से राज्य में कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए लागू किए गए जन अनुशासन पखवाड़े और गृह विभाग की ओर से 23 अप्रैल को जारी की गई गाइडलाइन के अंतर्गत राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में निजी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई गई है. सुबह 11 बजे के बाद शहर में निजी वाहनों के आवागमन पर लगाई गई रोक के बाद जहां जिले की सीमाओं पर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की टीम की ओर से लगातार वाहनों की जांच की जा रही है. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर कार्रवाई भी की जा रही है.

कोरोना संक्रमण के बीच जिला कलेक्टर ने किया मुख्य मार्गों का दौरा

वहीं दूसरी ओर शहर में भी इसकी पालना की सुनिश्चितता के लिए जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी और जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप की ओर से जाप्ते के साथ लगातार शहर के प्रमुख मार्गों का दौरा किया जा रहा है. साथ ही शहर की घनी आबादी वाली गलियों, मौहल्लों, कॉलोनियों आदि का दौरा किया जा रहा है और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकले लोगों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की जा रही है और वाहनों को जब्त किया जा रहा है.

जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि राज्य सरकार के विभाग की ओर से राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में और शहर के अंदर निजी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है. दुकानों के खुलने के समय को भी कम कर दिया गया है तो इसका जायजा लेने के लिए आज मेरे और जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से शहर का दौरा किया गया.

जिला कलेक्टर ने बताया कि आज हमारी ओर से लोगों की संक्रमण के प्रति गंभीरता का पता लगाने के लिए ही शहर का दौरा किया जा रहा है और हमारा काम किसी को प्रताड़ित करना या किसी के साथ जबरदस्ती करना नहीं है लेकिन वर्तमान में महामारी की गंभीरता लोगों को तभी पता चल रही है जब वह अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं.

जिला कलेक्टर ने कहा कि यह बहुत ही चिंता का विषय है कि वहां जाते जाते रोगी की स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि कई बार उसका उपचार करना चिकित्सकों के नियंत्रण से भी बाहर हो जाता है. ऐसे में यदि हमें संक्रमण से बचना है तो बिना किसी आवश्यक करण के सड़कों, गलियों आदि में नहीं निकलना है तभी हम इस संक्रमण से बच पाएंगे.

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जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में जिले में संक्रमण के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है जिनमें से ज्यादा केस गंभीर स्थिति वाले आ रहे हैं. ऐसे में हमारी ओर से पूरे प्रयास किए ही जा रहे हैं लेकिन यदि लोग अभी भी लापरवाही बरतते हैं तो एक समय ऐसा जरूर आएगा जब हमारी ओर से की जा रही व्यवस्था भी कम पड़ेगी. ऐसे में मेरी सभी लोगों से यही अपील है की आवश्यकता पड़ने पर ही घर से निकलें. साथ ही मास्क और सामाजिक दूरी की पालना सख्ती से करें.

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