सीकर. जिले में पहली बार एक साथ तीन नेशनल हाईवे का त्रिवेणी संगम बना है. यहां एक जगह तीन हाईवे एक साथ मिलेंगे. एक पुल का काम पूरा होते ही अब यह सभी हाईवे आपस में जुड़ चुके हैं और यातायात भी शुरू हो चुका है. इससे कई राज्यों को जाने वाला यातायात आपस में जुड़ेगा.
सीकर से होकर गुजरने वाले तीन नेशनल हाईवे 11, 52 और एनएच 58 तीनों एक जगह मिलने लगे हैं. ये तीनों हाईवे सीकर के फतेहपुर कस्बे के पास एक जगह मिलते हैं. इस हाईवे से होकर सालासर, बीकानेर, चूरू और झुंझुनू आराम से जाया जा सकता है. साथ ही राजधानी जयपुर की तरफ भी आसानी से जाया जा सकता है.
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नेशनल हाईवे 58 पर एक पुल का निर्माण पूरा होते ही अब तीनों पर यातायात शुरू हो गया है. एक साथ तीन हाईवे के जुड़ने से दूसरे राज्य से यातायात सुगम होगा. कांडला पोर्ट से पंजाब, बीकानेर की तरफ जाने वाले ट्रैफिक, बीकानेर से दिल्ली-रेवाड़ी, जयपुर से बीकानेर और उधर श्रीगंगानगर से हनुमानगढ़ से पंजाब तक सभी वाहनों को इन तीनों हाईवे से सुगम यात्रा मिलेगी.
इस तरह निकल रहे तीन हाईवे...
- नेशनल हाईवे 11: पहले यह हाईवे बीकानेर से आगरा तक होता था, लेकिन अब सीकर के फतेहपुर के पास से इसे तोड़कर झुंझुनू की तरफ मोड़ दिया गया और इसका विस्तार किया गया है.अब यह जैसलमेर से रेवाड़ी तक विकसित किया गया है. जैसलमेर-बीकानेर से दिल्ली की ओर जाने वाले लोगों के लिए यह अच्छा हाईवे बन गया है.
- नेशनल हाईवे 52: इस हाईवे की लंबाई काफी ज्यादा है. यह हाईवे पंजाब के अंबाला की ओर से रवाना होकर चूरू, सीकर और जयपुर के बाद मध्यप्रदेश होते हुए कर्नाटक राज्य तक को जोड़ता है.
- नेशनल हाईवे 58: पहले इसे एनएच 65 का का नाम दिया गया था, जो कि पंजाब के अंबाला से शुरू होकर जोधपुर-पाली होते हुए कांडला पोर्ट तक जाती थी. लेकिन अब अंबाला से फतेहपुर तक हाईवे को एनएच 52 बना दिया गया है और एनएच 58 फतेहपुर से शुरू होकर जोधपुर तक जा रहा है. यह नया हाईवे बनाया गया है और सबसे ज्यादा फायदा इसी का हो रहा है. गुजरात में कांडला पोर्ट से रवाना होकर जो ट्रैफिक पंजाब-हरियाणा जाता था, वह पूरा इस हाईवे पर डाइवर्ट हो गया है.