नागौर. प्रदेश की मौजूदा सियासत में भाजपा-रालोपा के गठबंधन से सभी अवगत हैं. लेकिन हनुमान बेनीवाल और यूनुस खान की राजनीतिक लड़ाई लंबे समय से देखी जा सकती है. ऐसे में जब खींवसर उपचुनाव संपन्न हुए तो नारायण बेनीवाल के जीतने के बावजूद भी रालोपा संयोजक हनुमान बेनीवाल ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और मंत्री रह चुके यूनुस खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. अब इसके बाद यूनुस खान ने भी बेनीवाल के आरोपों का अपने ही अंदाज में पलटवार किया है.
नागौर की राजनीति में हनुमान बेनीवाल और यूनुस खान की राजनीतिक लड़ाई नई नहीं है. बेनीवाल लगातार यूनुस खान पर जुबानी हमला करते आए हैं. पिछले दिनों खींवसर में हुए उपचुनाव के बाद इन दोनों नेताओं की यह राजनीतिक लड़ाई एक बार फिर सुर्खियों में आई. जब चुनाव का परिणाम आने के तत्काल बाद हनुमान बेनीवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और यूनुस खान पर आरोप लगाए थे.
उनका आरोप था कि वसुंधरा राजे, यूनुस खान और उनकी टीम ने खींवसर उपचुनाव में भाजपा-रालोपा गठबंधन के खिलाफ काम किया था. उनका लक्ष्य था कि भाजपा-रालोपा गठबंधन प्रत्याशी नारायण बेनीवाल चुनाव नहीं जीत पाए. इसके बावजूद जनता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है.
पढ़ें: बीकानेर हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत, चिकित्सकों ने जताया आंकड़ा बढ़ने का अंदेशा
बेनीवाल के इन आरोपों को लेकर जब यूनुस खान से सवाल किया गया तो यूनुस खान बोले- वह आदमी(हनुमान बेनीवाल) पिछले 20 साल से क्या बोल रहा हैं, उसकी आज तक मैंने परवाह नहीं की. बता दें कि यूनुस खान लगातार डीडवाना से चुनाव लड़ते आए हैं. यहां से दो बार विधायक बनने के बाद यूनुस खान को राजे के नेतृत्व में बनी भाजपा की सरकार में सिपाहसलार माना जाता था. ऐसे में इस बड़े गठबंधन के बावजूद दोनों पक्षों के नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना किस दिशा में काम करेगा, यह तो बाद में तय हो पाएगा.