नागौर. शहर के विश्व विख्यात श्री रामदेव पशु मेले की रंगत अब परवान चढ़ने लगी है. जहां पशुपालन विभाग इस बार पशु पालकों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करवा रहा है.
इन प्रतियोगिताओं में सबसे ज्यादा शामिल होने वाले जानवरों में नागौरी नस्ल के बैल, ऊंट और भैसें हैं. जहां मानासर मेला क्षेत्र में लोक संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है. वहीं पशु पालक इन प्रतियोगिताओं का आनंद भी ले रहे हैं. शुक्रवार को गौवंश में बैल जोड़ी अदंत नागौरी, बैल जोड़ी 2-4 दांत, 6-8 दांत और सांड बछड़ा नागौरी, गाय दुधारू नागौरी और गाय सुखी नागौरी की प्रतियोगिता आयोजित हुई. वहीं भैंस वंश में भैंस मुर्रा नस्ल और भैंस मुर्रा नस्ल की प्रतियोगिता आयोजित हुई.
अश्व वंश मे घोड़ी प्रजनन योग्य, सांड घोड़ा और बछरा-बछरी की प्रतियोगिता आयोजित हुई. श्री रामदेव पशु मेले में हर रोज यूपी, गुजरात, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा सहित प्रदेश के कई जिलों से पशु पालकों की आवक बढ़ रही है. ऐसे में लोक कला और संस्कृति के बीच ये प्रतियोगिताएं नागौर आने वाले को खूब लुभा रही हैं.
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इस बार मेले में पहुंचे पशुपालक अपनी कला के प्रदर्शन से खुश है. यही वजह है कि पर्यटन और पशुपालन विभाग भी पशु पालकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इन प्रतियोगिताओं का आयोजिन करवा रहा है. मेला मैदान में पर्यटन विभाग की तरफ से आज संध्या मे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा.