नागौर. 'एक म्यान में दो तलवार' यह कहावत नागौर में पूरी तरह चरितार्थ हो रही है. जहां सीएमएचओ की कुर्सी की खातिर बवाल मचा हुआ है. वह भी तब जब जिले में कोरोना के संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है और जिले में अब तक कुल 4200 से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके है. वहीं अब तक संक्रमित हुए 46 लोगों की उपचार के दौरान मौत हो चुकी है. डॉ. सुकुमार कश्यप के न्यायालय से कानूनी लड़ाई जीतकर फिर से मंगलवार को सीएमएचओ पद पर ज्वाइन कर लेने के बाद अब नागौर में दो-दो सीएमएचओ है.
चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग से मिले आदेशों के बाद पूर्व सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप ने मंगलवार को पद ग्रहण कर लिया. जबकि इससे पहले इसी पद पर काबिज डॉ. मेहराम महिया काबिज है. उनका कहना है कि वर्तमान में वो ही सीएमएचओ है. वे इसके लिए डायरेक्टर ऑफिस से रिलीव ऑर्डर का हवाला दे रहे हैं.
गौरतलब है कि नागौर के चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग में सीएमएचओ पद की कुर्सी की लड़ाई 7 अगस्त को उस वक्त शुरू हुई, जब सरकार ने यहां करीब पौने 5 साल से कार्यरत डॉ. सुकुमार कश्यप को APO कर उनकी जगह डॉक्टर मेहराम महिया को कार्यवाहक सीएमएचओ लगाया था.
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डॉ. मेहराम महिया ने 8 अगस्त को सीएमचओ पर पद ग्रहण कर लिया. लेकिन तब डॉ. कश्यप अपने एक आदेश पर कोर्ट से स्टे ले कर आकर आ गए. इसके बाद जब तक विभाग ने इस कुर्सी के लिए 4 आदेश निकाल दिया. अब रोचक बात यह है कि न्यायालय से आदेश मिलने के बाद मंगलवार फिर से इसी कुर्सी पर मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी के तौर पर डॉ. सुकुमार कश्यप काबिज हो गए. वहीं जब स्वास्थ्य भवन कार्यालय नागौर पहुंचे डॉ. मेहराम महिया को डॉ. सुकुमार कश्यप कुर्सी पर काबिज मिले तो पास वाले बगल की कुर्सी पर डॉक्टर मेहराम महिया जाकर बैठ गए.