नागौर. जिला कलेक्ट्रेट परिसर में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय जिस कमरे में चल रहा था, उसकी छत गिर गई. गनीमत यह रही कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी बजरंग दीक्षित ने कमरे की छत गिरने और हादसा होने की आशंका के मद्देनजर, जिस कमरा नंबर 56 में उनका कार्यालय चल रहा था, वहां से कार्यालय के पास में ही कमरे में कुछ दिन पहले शिफ्ट कर लिया था.
पिछले दिनों मानसून के दौरान लगातार बारिश के बाद आशंका जताई जा रही थी कि इस कमरे की छत कभी भी गिर सकती है. और आखिरकार बीती रात्रि में तेज बारिश के बाद कमरे की छत अचानक गिरने से नागौर कलेक्ट्रेट परिसर में कमरा नंबर 56 के नीचे चल रहे जीपीएफ कार्यालय की छत भी क्षतिग्रस्त हो गई.
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इस बारे में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी का कहना कि अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय की ओर से बार-बार सार्वजनिक निर्माण विभाग को इस बारे में सूचनाएं पत्र के जरिए दी गई थी. कमरा नंबर 56 की छत की पट्टियां कभी भी गिर सकती है, लेकिन अधिकारियों ने एक बार भी सुनवाई नहीं की. पिछले कुछ दिनों पहले अपना कार्यालय कमरा नंबर 56 से स्थानांतरण नहीं करते तो आज बड़ा हादसा भी हो सकता था.