नागौर. राजस्थान में कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर के 2500 पदों पर भर्ती के लिए सरकार ने इस साल 16 मई को विज्ञप्ति जारी की थी. लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद इस भर्ती प्रक्रिया को 20 जून को निरस्त कर दिया गया. अभी तक इस भर्ती को लेकर सरकार ने दोबारा से कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की है. ऐसे में बेरोजगार नर्सिंग छात्रों में नाराजगी देखने को मिल रही है.
नर्सिंग छात्र संगठन के बैनर तले बुधवार को बेरोजगारों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और नारेबाजी कर विरोध जताया. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को दिए ज्ञापन में मांग रखी है कि कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर के 2500 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया नए सिरे से जल्द शुरू करवाई जाए.
इसके साथ ही बेरोजगार नर्सेस का कहना है कि पिछली सरकारों ने साल 2007 से 2018 तक नर्सेस की भर्ती निकाली थी, लेकिन अधिकांश पूरी नहीं हो पाई हैं. उन्होंने नर्सेज के करीब 20 हजार पदों पर लिखित परीक्षा के माध्यम से भर्ती जल्द पूरी करवाने की भी मांग रखी है. बेरोजगार नर्सेज का कहना है कि प्रदेश में स्टाफ की कमी के चलते स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में प्रदेश की रैंकिंग लगातार गिर रही है. लेकिन सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है.
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वहीं दूसरी तरफ आम जनता को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है और लाखों रुपए खर्च कर नर्सिंग कोर्स करने के बावजूद भी युवा बेरोजगार बैठे हैं. ऐसे में बेरोजगार युवा मांग कर रहे हैं कि चिकित्सा मंत्री से पदभार नहीं संभाला जा रहा है तो अपने पद से वे त्यागपत्र दें.