नागौर. जिले में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और नई ग्राम पंचायतें बनाने के मामले को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक भेदभाव के आरोप शुरू से ही लग रहे हैं. इसी कड़ी में परबतसर पंचायत समिति के रावां गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि, सभी मापदंड पर खरा होने के बाद भी रावां के बजाए जसराना को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव जारी किया गया है. उनका यह भी आरोप है कि परबतसर से कांग्रेस के विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में यह प्रस्ताव लिया गया है.
बता दें कि, रावां गांव के लोग बुधवार को नागौर पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन दिया. इसमें उन्होंने बताया कि, जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में लिया गया है. क्योंकि, जसराना गावड़िया का पैतृक गांव है.
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ग्रामीणों का कहना है कि, रावां जसराना से बड़ा गांव है. यह गांव जयपुर-नागौर स्टेट हाइवे से पक्की सड़क से जुड़ा है और दूरी महज 2 किमी है. ग्राम पंचायत और अन्य सरकारी भवनों के निर्माण के लिए गांव में पर्याप्त मात्रा में सरकारी भूमि है. इसके साथ ही नव सृजित ग्राम पंचायत के सभी गांवों के बीच में रावां गांव स्थित है. जिससे सभी को आवागमन में भी दिक्कत नहीं होगी, लेकिन फिर भी रावां को दरकिनार कर जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाना गलत है.