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नागौर: रावां के बजाए जसराना को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव, परबतसर विधायक रामनिवास पर ग्रामीणों ने लगाए आरोप - नागौर रावां खबर

नागौर में नई ग्राम पंचायत गठन के मामले में राजनीतिक और प्रशासनिक आरोप नए नहीं हैं. जब से ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और नई ग्राम पंचायतों के गठन की प्रक्रिया शुरू हुई है. ग्रामीण समय-समय पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अब परबतसर पंचायत समिति के रावां गांव के लोगों ने सीधे परबतसर से कांग्रेस विधायक रामनिवास गावड़िया पर आरोप लगाए हैं.

जसराना ग्राम पंचायत प्रस्ताव, Jasrana gram panchayat Proposal
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Published : Nov 13, 2019, 7:32 PM IST

नागौर. जिले में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और नई ग्राम पंचायतें बनाने के मामले को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक भेदभाव के आरोप शुरू से ही लग रहे हैं. इसी कड़ी में परबतसर पंचायत समिति के रावां गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि, सभी मापदंड पर खरा होने के बाद भी रावां के बजाए जसराना को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव जारी किया गया है. उनका यह भी आरोप है कि परबतसर से कांग्रेस के विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में यह प्रस्ताव लिया गया है.

रावां के बजाए जसराना को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव

बता दें कि, रावां गांव के लोग बुधवार को नागौर पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन दिया. इसमें उन्होंने बताया कि, जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में लिया गया है. क्योंकि, जसराना गावड़िया का पैतृक गांव है.

पढ़ें: केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और सांसद बेनीवाल की गाड़ी पर हरीश चौधरी समर्थकों का हमला, बाल- बाल बचे

ग्रामीणों का कहना है कि, रावां जसराना से बड़ा गांव है. यह गांव जयपुर-नागौर स्टेट हाइवे से पक्की सड़क से जुड़ा है और दूरी महज 2 किमी है. ग्राम पंचायत और अन्य सरकारी भवनों के निर्माण के लिए गांव में पर्याप्त मात्रा में सरकारी भूमि है. इसके साथ ही नव सृजित ग्राम पंचायत के सभी गांवों के बीच में रावां गांव स्थित है. जिससे सभी को आवागमन में भी दिक्कत नहीं होगी, लेकिन फिर भी रावां को दरकिनार कर जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाना गलत है.

नागौर. जिले में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और नई ग्राम पंचायतें बनाने के मामले को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक भेदभाव के आरोप शुरू से ही लग रहे हैं. इसी कड़ी में परबतसर पंचायत समिति के रावां गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि, सभी मापदंड पर खरा होने के बाद भी रावां के बजाए जसराना को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव जारी किया गया है. उनका यह भी आरोप है कि परबतसर से कांग्रेस के विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में यह प्रस्ताव लिया गया है.

रावां के बजाए जसराना को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव

बता दें कि, रावां गांव के लोग बुधवार को नागौर पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन दिया. इसमें उन्होंने बताया कि, जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में लिया गया है. क्योंकि, जसराना गावड़िया का पैतृक गांव है.

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ग्रामीणों का कहना है कि, रावां जसराना से बड़ा गांव है. यह गांव जयपुर-नागौर स्टेट हाइवे से पक्की सड़क से जुड़ा है और दूरी महज 2 किमी है. ग्राम पंचायत और अन्य सरकारी भवनों के निर्माण के लिए गांव में पर्याप्त मात्रा में सरकारी भूमि है. इसके साथ ही नव सृजित ग्राम पंचायत के सभी गांवों के बीच में रावां गांव स्थित है. जिससे सभी को आवागमन में भी दिक्कत नहीं होगी, लेकिन फिर भी रावां को दरकिनार कर जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाना गलत है.

Intro:नागौर में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और नई ग्राम पंचायतें बनाने के मामले को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक भेदभाव के आरोप शुरू से ही लग रहे हैं। लेकिन परबतसर पंचायत समिति के रावां गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि सभी मापदंड पर खरा होने के बाद भी रावां के बजाए जसराना को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव जारी किया गया है। उनका यह भी आरोप है कि परबतसर से कांग्रेस के विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में यह प्रस्ताव लिया गया है।


Body:नागौर. नागौर जिले में नई ग्राम पंचायत गठन के मामले में राजनीतिक और प्रशासनिक आरोप नए नहीं हैं। जब से ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और नई ग्राम पंचायतों के गठन की प्रक्रिया शुरू हुई है। ग्रामीण समय-समय पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब परबतसर पंचायत समिति के रावां गांव के लोगों ने सीधे परबरसर से कांग्रेस विधायक रामनिवास गावड़िया पर आरोप लगाए हैं।
रावां गांव के लोग आज नागौर पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन दिया। इसमें उन्होंने बताया कि उनका गांव हर तरह से ग्राम पंचायत मुख्यालय बनने के लिए उपयुक्त है। लेकिन फिर भी जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाया जा रहा है। उनका आरोप है कि जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव परबरसर विधायक रामनिवास गावड़िया के दबाव में लिया गया है। क्योंकि, जसराना गावड़िया का पैतृक गांव है।


Conclusion:ग्रामीणों का कहना है कि रावां जसराना से बड़ा गांव है। यह गांव जयपुर-नागौर स्टेट हाइवे से पक्की सड़क से जुड़ा है और दूरी महज 2 किमी है। ग्राम पंचायत और अन्य सरकारी भवनों के निर्माण के लिए गांव में पर्याप्त मात्रा में सरकारी भूमि है। इसके साथ ही नव सृजित ग्राम पंचायत के सभी गांवों के बीच में रावां गांव स्थित है। जिससे सभी को आवागमन में भी दिक्कत नहीं होगी। लेकिन फिर भी रावां को दरकिनार कर जसराना को ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाना गलत है।
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बाईट 1- भुवान पौड़, निवासी रावां गांव।
बाईट 2- दौलत सिंह, निवासी रावां गांव।
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