नागौर. सांभर झील में यूं तो हजारों प्रवासी पक्षी सुदूर प्रदेशों से खासकर सर्दियों में प्रवास पर आते हैं. जिनमें फ्लेमिंगो की कुछ खास प्रजातियां भी शामिल हैं, लेकिन इस बार सांभर झील क्षेत्र में एक दुर्लभ चिड़िया इन दिनों स्पॉट की गई है. इस चिड़िया का नाम रेड नेक फलारोफ है. जिसके गर्दन पर बने लाल धब्बे इसे खूबसूरत बनाते हैं.
पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि आमतौर पर उत्तरी अमेरिका और यूरोप के आर्कटिक प्रदेशों में ये चिड़िया पाई जाती है और सर्दियों में भारत के कुछ इलाकों में प्रवास पर आती हैं. सांभर झील में इस चिड़िया का प्रवास पहली बार नोटिस किया गया है. पक्षी विशेषज्ञ ये भी बताते हैं कि आमतौर पर सर्दियों में इस चिड़िया का प्रवास काल होता है और मई में इनका प्रजनन काल होता है. जो ये अपने मूल क्षेत्र यानी आर्कटिक प्रदेशों में ही बिताती हैं. इसलिए मई महीने में इस चिड़िया का सांभर झील में प्रवास कई पक्षी विशेषज्ञों को भी हैरान कर रहा है.
सांभर झील में इस खूबसूरत और दुर्लभ चिड़िया की तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद करने वाले गौरव शर्मा बताते हैं कि उन्होंने रेड नेक फलारोफ के दस जोड़ों की तस्वीरें हाल ही में अपने कैमरे में कैद की हैं.
पढ़ें- नागौरः शहीद परिवार ने सरपंच पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप
गौरव पिछले तीन साल से सांभर झील में प्रवास पर आने वाले पक्षियों की तस्वीरें उतार रहे हैं और इनका एक रिकॉर्ड भी तैयार कर रहे हैं. पिछले दिनों सांभर झील क्षेत्र में हुई पक्षियों की मौत से वे व्यथित हैं और उनका कहना है कि यदि प्रयास किए जाएं तो सांभर झील प्रवासी पक्षियों को देखने आने वाले लोगों के लिए एक खूबसूरत जगह के तौर पर विकसित हो सकती है.