नागौर. 22 जुलाई से जिले में शुरु होने जा रहे खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है. खसरा-रूबेला टीकाकरण के अभियान को सफल बनाने के लिए इस बार जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने अनूठी पहल की है. टीकाकरण को लेकर लोगों के मन में बनी भ्रांतियों को मिटाने के लिए प्रशासन और चिकित्सा विभाग के अधिकारी धार्मिक गुरुओं और सामाजिक संगठनों की मदद ले रहे हैं.
कलेक्टर दिनेश कुमार यादव का कहना है कि इस अभियान के तहत जिलेभर में 9 महीने से लेकर 15 साल तक के बच्चों को टीका लगाया जाएगा. 22 जुलाई से शुरू हो रहे इस अभियान के पहले चरण में स्कूलों में बच्चों के टीका लगाया जाएगा. बाकी रहे बच्चों के घर-घर जाकर टीका लगाएंगे. टीके से जुड़ी भ्रांतियां दूर करने के लिए मंदिरों में पुजारी या महंत और कथा-प्रवचन में कथावाचक लोगों को यह बताएंगे कि खसरा-रूबेला का टीका लगवाना कितना जरूरी है. वहीं मस्जिदों में इमाम और मौलवी भी हर बच्चे को टीका लगवाने की अपील अभिभावकों से करेंगे. इसके साथ ही अन्य सामाजिक संगठनों की भी इस अभियान में मदद ली जा रही है.
चिकित्सा विभाग के आरसीएचओ डॉ मुश्ताक अहमद ने बताया कि जिले के करीब 10 लाख बच्चों को इस अभियान के तहत टीका लगाया जाएगा. स्कूलों में होने वाली पेरेंट्स-टीचर मीटिंग में भी टीकाकरण की जानकारी दी जाएगी.