नागौर. कोरोना वायरस से फैलने वाली covid-19 बीमारी के खौफ के चलते प्रदेश में सरकार ने 50 से ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर रोक लगा रखी है. ऐसे हालात में केंद्रीय सहकारी बैंक ने सहकारी खरीफ ऋण 2019 की वसूली 31 मार्च से पहले करने के निर्देश जारी किए हैं.
अब ग्राम सहकारी समिति के पदाधिकारियों ने 31 मार्च तक ऋण वसूली के लिए अभियान चलाने से मना कर दिया है. उनका कहना है कि एक तरफ सरकार ने 50 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा रखी है. दूसरी तरफ केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक ने 31 मार्च से पहले सहकारी खरीफ ऋण की वसूली करने के निर्देश जारी किए हैं.
ऋण वसूली का अभियान चलाने पर एक ही ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सैंकड़ों किसान इकट्ठा होंगे. ऐसे में यदि कोई समस्या हो गई तो जिम्मेदारी कौन लेगा. अलाय ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष हजारीराम चौधरी ने बिना ब्याज ऋण वसूली की तारीख 31 मार्च से बढ़ाकर 30 जून करने की मांग की है.
दरअसल, 31 मार्च या उससे पहले किसान ऋण की राशि जमा करवाते हैं तो उन्हें ब्याज नहीं देना पड़ेगा. जबकि इसके बाद ऋण की राशि जमा करवाने वाले किसानों से ब्याज वसूल किया जाएगा. ग्राम सेवा सहकारी समिति के पदाधिकारियों का एक तर्क और है कि पहले किसानों को अप्रैल में ऋण की राशि दी जाती थी और मार्च में वापस ली जाती थी.
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लेकिन पिछले साल किसानों को ऋण की राशि जून-जुलाई में दी गई थी. इसलिए मार्च में वसूली करना ठीक नहीं है. बहरहाल, ग्राम सेवा सहकारी समिति के पदाधिकारियों ने मांग रखी है कि किसानों से बिना ब्याज सहकारी ऋण की वसूली के लिए 30 जून तक का समय दिया जाए.