नागौर. भैरूंदा पंचायत समिति के चुनाव में टिकट वितरण से असंतुष्ट भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मंडल अध्यक्ष को बंधक बनाने और पार्टी का झंडा जलाने के मामले में पार्टी अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. भैरूंदा पहुंचे पूर्व सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने इस घटना को निंदनीय बताया है. पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं की कभी भी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए.
अजय सिंह किलक पंचायत चुनाव में भैरूंदा पंचायत के प्रभारी जगबीर छाबा के साथ भैरूंदा पहुंचे और इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि मंडल अध्यक्ष को बंधक बनाने और पार्टी का झंडा जलाने की घटना निंदनीय है. हर कार्यकर्ता को यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो.
उन्होंने कहा कि पार्टी माता-पिता के समान पूजनीय होती है. यदि किसी फैसले को लेकर कोई विरोध है, तो उसे उचित माध्यम से संगठन के पदाधिकारियों तक पहुंचाया जाना चाहिए. इस तरह की घटनाओं से पार्टी की छवि को नुकसान होता है. अजय किलक ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि उनकी बात को ऊपर तक पहुंचाया जाएगा.
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बता दें कि भैरूंदा पंचायत समिति के चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के बाद कई कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए थे. कार्यकर्ताओं ने पार्टी के 9 नवंबर को मंडल अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को पेड़ से बांधकर पार्टी का झंडा भी जलाया और नारेबाजी कर विरोध जताया था.