नागौर. खींवसर उपखंड में ठीक एक साल बाद फिर तीन बच्चों की तालाब में डूबने की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. गत वर्ष उपखंड मुख्यालय पर तीन बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हुई थी, जबकि आज यानि सोमवार (10 अगस्त) को खींवसर क्षेत्र की ग्राम पंचायत माडपुरा के दुजासर ग्राम स्थित तालाब में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई. पांचौड़ी थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया है.
जानकारी मिलने पर नागौर वृत्ताधिकारी विनोद कुमार और तहसीलदार रामस्वरूप जोहर मौके पर पहुंचे. मृतकों में दुजासर निवासी मुली कंवर (11) पुत्री अमर सिंह राजपूत, ओंकार सिंह (9) पुत्र भवानी सिंह राजपूत और खेत सिंह (10) पुत्र मदन सिंह राजपूत शामिल हैं. विनोद कुमार ने बताया कि तीनों भेड़-बकरी चराते हुए तालाब के समीप पहुंचे थे. जहां पानी पीने के दौरान एक बच्चे का पैर फिसल गया और उसे बचाने के चक्कर में तीनों की तालाब में डूब गए, जिससे तीनों की मौत हो गई.
यह भी पढ़ेंः अलवर: गांव में मचा कोहराम, तालाब में डूबने से एक ही परिवार की 3 बच्चियों की मौत
बता दें कि गत वर्ष 8 अगस्त को खींवसर उपखंड मुख्यालय स्थित बख्तासागर तालाब में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी. घटना के दौरान बच्चों के परिजन पास ही स्थित खेत में निराई-गुड़ाई कर रहे थे. बच्चों को प्यास लगने पर वे पानी पीने बख्तासागर तालाब पर पहुंच गए. इस दौरान एक बच्चा पानी पीते समय पैर फिसलने से तालाब में डूब गया. उसे बचाने के लिए दो बच्चे नजदीक पहुंचे तो वे भी डूब गए. काफी देर तक बच्चों के नहीं लौटने पर परिजनों और आसपास के राहगीरों को जानकारी मिली तो वे भागकर तालाब पर पहुंचे.
यह भी पढ़ेंः अजमेर: तालाब में डूबने से दो भाईयों की मौत
करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों बच्चों को बाहर निकाला गया. गत वर्ष 8 अगस्त को खींवसर के बख्तासागर तालाब के डूबने वालों की पहचान जावेद (16) पुत्र सराजुद्दीन, आमीन (16) पुत्र जाहिर अब्बास और सावन (15) पुत्र सुनील के रूप में हुई थी. गत वर्ष खींवसर में हुई घटना और सोमवार को दुजासर में हुई घटना लगभग एक जैसी है. दोनों ही घटनाओं में बच्चे पानी पीने के लिए तालाब पहुंचे और एक बच्चे का पैर फिसलने पर उसे बचाने के लिए दूसरे बच्चे तालाब में उतरे और तीनों ही डूब गए.
लाडनूं उपखंड में भी दो युवकों की मौत
बरसात के मौसम में नागौर जिले में तालाब, नाडी और गड्ढों में भरे गहरे पानी में लोगों के डूबने की घटनाओं में भी अचानक इजाफा हुआ है. लाडनूं उपखंड के गेनाणा गांव में खेत में बनी पानी की डिग्गी में नहाते समय हुए हादसे में दो दोस्तों की मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार, गेनाणा निवासी जगदीश पुत्र सुखदेव और नोजलों की ढाणी निवासी रामावतार पुत्र देवाराम खेत में बनी पानी की डिग्गी में नहा रहे थे. इसी दौरान एक युवक का पैर फिसलने से वह पानी में डूबने लगा. उसे बचाने के लिए उसका दोस्त भी पानी में कूद गया और डूबने से दोनों की मौत हो गई.
बता दें कि रामावतार नेवी में तैनात था और अभी छुट्टी पर अपने गांव आया हुआ था. वह और जगदीश दोस्त थे और दोनों जगदीश के खेत पर बनी पानी की डिग्गी में नहा रहे थे। तभी यह हादसा हो गया.
यह भी पढ़ेंः रामगंजमंडी: स्टोन खदान में नहाने गए नाबालिग की डूबने से मौत
हादसे की जानकारी मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को पानी से निकालने का प्रयास किया. लेकिन सफलता नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने डिग्गी को तोड़ दिया, लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण डिग्गी खाली होने में समय लग गया. डिग्गी से बाहर निकालकर दोनों युवकों को ग्रामीण निजी वाहन से लाडनूं के राजकीय अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों के काफी प्रयास के बाद भी दोनों युवकों की जान नहीं बचाई जा सकी.
यह भी पढ़ेंः नागौर: मवेशी चराने गए 2 नाबालिग बच्चों की खुले हौद में गिरने से मौत
हादसे की जानकारी मिलने पर लाडनूं थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए. इस घटना की जानकारी मिलने पर लाडनूं अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई. इधर, खींवसर उपखंड की माडपुरा ग्राम पंचायत के दुजासर गांव में तालाब में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई. बता दें कि पिछले दिनों मारोठ थाना इलाके के बावड़ी गांव में तालाब में डूबने से तीन महिला मनरेगा श्रमिकों की भी मौत हो गई थी.