नागौर. किसानों ने सोमवार को किसान भारतीय खाद्य निगम के बाहर धरना देकर कर कृषि कानूनों के खिलाफ रोष जताया. किसानों का कहना है कि भारतीय खाद्य निगम का भी मोदी सरकार निजीकरण करना चाहती है. नागौर में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों के द्वारा भारतीय खाद्य निगम के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया और जमकर नारेबाजी की गई.
संयुक्त किसान मोर्चा के राज्य इकाई के सदस्य भागीरथ राम ने बताया कि सरकार भारतीय खाद्य निगम को भी अब फेल कराना चाहती है और इसी को बचाने के लिए आज किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली के चारों ओर भारत के किसान 130 दिनों से अधिक समय से सड़कों पर बैठे हैं. परंतु सरकार की हठधर्मिता और संवेदनहीनता के कारण अभी तक कोई समाधान के गंभीर प्रयास नहीं किए गए हैं. यदि तीनों कानून वापस नहीं लिए जाते हैं तो कृषि का पूरा बाजार बड़े कॉर्पोरेट घरानों के हाथों में चला जाएगा. फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया कृषि उत्पादों को खरीद कर संग्रह करने का काम करता है और आपातकाल में तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से देश के गरीब व कमजोर वर्गों को सस्ता राशन उपलब्ध कराने में मुख्य भूमिका अदा करता है. परंतु इन कानूनों से एफसीआई का अस्तित्व भी खतरे में पड़ने जा रहा है, जिसके कारण करोड़ों जरूरतमंद भारतीयों को निशुल्क और सस्ता अनाज का वितरण बंद हो जाएगा.
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कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर नागौर जिले में विशेष अभियान
नागौर. राजस्थान में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में नागौर जिले मे कोविड-19 के संक्रमण की दूसरी लहर के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से गाइडलाइन की पालना और अधिक प्रभावी बनाने तथा कोरोना टीकाकरण के प्रति जनजागरण अभियान को लेकर जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने गंभीरता दिखाई है. उन्होंने जिला प्रशासन व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मैराथन बैठक ली. जिसमें अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं. जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिला प्रशासन, पुलिस विभाग तथा नगर निकाय के अधिकारियों को मिलाकर गठित संयुक्त प्रवर्तन दल यानी ज्वाइंट एनफोर्समेंट टीम के माध्यम से जिले के विभिन्न शहरों में विषेष अभियान चलाया जाएगा. ताकि कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार जैसे फेस मास्क, सामाजिक दूरी एवं मानक संचालन प्रक्रिया आदि की सख्त अनुपालना हो सके.
जिला कलक्टर ने निर्देसब दिए कि ज्वाइंट एनफोर्समेंट टीम रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड इत्यादि स्थानों पर यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग की कार्रवाई की माॅनिटरिंग भी करेंगे. इन्हीं संयुक्त प्रवर्तन दलों के सहयोग के लिए विशेष दल एंटी कोविड टीम (एसीटी) काम करेगा, जिसमें शिक्षा, नगरीय निकाय व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित किसी भी विभाग के कर्मचारी को शामिल किया जा सकता है. यह एंटी कोविड टीम कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की पालना के साथ-साथ टीकाकरण जन जागरण अभियान में भी सहयोग करेगी. डाॅ. सोनी ने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि वे जिला मुख्यालय सहित अपने अधीनस्थ कार्यालय क्षेत्र वाले शहरों में परिवहन संघ, संगठन यूनियन के सदस्य तथा वाहन चालक, परिचालक एवं अन्य श्रमिकों को प्रेरित कर सीएमएचओ से समन्वय स्थापित कर कोरोना टीकाकरण करवाया जाए.
पीले चावल बांटकर आमजन को टीकाकरण का निमंत्रण दिया जाएगा
इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए गांव-ढाणी व शहरों के वार्डों में घर-घर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आषा सहयोगिनी के माध्यम से आमजन को पीले चावल बांटकर 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों का कोरोना टीकाकरण करवाने के प्रति प्रेरित करें. जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि जिले में सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों तथा बस स्टैण्डों पर आने वाले यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग की जाएगी.