नागौर. जब भी चुनाव आते हैं तो शराब के बदले वोट देने की बात भी सामने आती है. इसके साथ ही पुलिस और आबकारी विभाग पर भी लापरवाही और मिलीभगत के आरोप लगते हैं. अब एक बार फिर प्रदेश में पंचायती राज चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में मतदाताओं को शराब के जरिए उम्मीदवार प्रभावित न कर सके, इस पर रोकथाम के लिए जरूरी है कि शराब के परिवहन पर रोक लग सके.
इसी मकसद के साथ नागौर जिला आबकारी अधिकारियों की एक विशेष बैठक जिला आबकारी कार्यालय में आयोजित हुई. इस बैठक में आगामी पंचायती राज चुनाव में शराब की पेशकश कर वोट और चुनाव को प्रभावित करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कार्य योजना बनाई गई. इसको लेकर जिला आबकारी अधिकारी गेमराराम के की ओर से इस सम्बद्ध में सभी आबकरी इस्पेक्टर को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
जिला आबकारी अधिकारी गेमराराम ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि पंचायती राज चुनाव को लेकर प्रत्येक पंचायत समिति अनुसार आबकारी दल का गठन किया गया है, जो कि चुनाव के दौरान अवैध रूप से शराब की बिक्री करने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखेगी. इसके साथ ही शराब का प्रभोलन देकर मतदाताओं को प्रभावित करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. इसके साथ ही जिला आबकारी अधिकारी ने बताया की जिले के 256 समूह की दुकानें और शहरी क्षेत्र में देशी दुकान 34 के साथ ग्रामीण कंपोजिट की 195 दुकानों की बकाया राजस्व वसूली को लेकर चर्चा की गई. सभी अधिकारियों को बकाया राजस्व वसूली को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिया गए हैं.
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आबकारी अधिकारी गेमराराम ने कहा कि चुनावों के मद्देनजर प्रवर्तन के कार्यों में तेजी लाई जाए और कहीं पर भी अवैध शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस से सहयोग लेकर प्रत्येक सर्किल में अवैध शराब के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा. प्रभावी ढंग से मुखबिर तंत्र को स्थापित करते हुए अवैध शराब के भंडारण निर्माण और वितरण एव परिवहन के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. चुनाव से पहले भी और चुनाव के बाद आबकारी विभाग जिले भर में अवैध शराब के परिवहन और उसकी अवैध बिक्री पर रोक लगाएंगे.