नागौर. जिले की 218 सहित प्रदेश की 3848 ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच के चुनाव आगामी 28 सितंबर से होंगे. इसके साथ-साथ उप सरपंच के चुनाव भी 28 सितंबर से होने की घोषणा है. कोरोना महामारी के चलते प्रदेश की इन ग्राम पंचायतों में समय पर चुनाव नहीं हो पाए थे. जिनके चुनाव कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने कार्यक्रम घोषित कर दिया है. परिसीमन के बाद नागौर जिले में कुल 500 ग्राम पंचायतें हो गई हैं. जिनमें से 282 पंचायतों में चुनाव हो गए. जबकि 218 ग्राम पंचायतों में चुनाव होने बाकी हैं.
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इनमें नागौर, मूण्डवा, मकराना, कुचामन, लाडनूं, जायल, नावां, डीडवाना, मौलासर, खींवसर पंचायत समितियों की ग्राम पंचायतों में चुनाव हो चुके हैं, लेकिन डीडवाना की 35, खींवसर की 3 ग्राम पंचायतों में चुनाव होने शेष हैं. इसी प्रकार मेड़ता, रियां, डेगाना, परबतसर, भैरूंदा की सभी ग्राम पंचायतों में चुनाव होने हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार गत दिनों कलेक्टर की ओर से ली गई बैठक में मतपेटियोंं और मतदान सामग्री के उचित प्रबंधन को लेकर सहायक निदेशक, लोक सेवाएं को प्रभारी और जिला रसद अधिकारी को सह प्रभारी बनाते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे.
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मतपत्रों के प्रकाशन को लेकर कोषाधिकारी और यातायात व्यवस्था को लेकर मुख्य लेखाधिकारी को निर्देश दिए गए थे. पंचायतराज संस्थाओं के चुनाव से पहले राज्य सरकार की ओर से कराए गए जिले की 218 ग्राम पंचायतों में अब तक चुनाव नहीं होने से विकास कार्य ठप पड़े हैं. इस बारे में एडीएम मनोज कुमार ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार आगामी समय में होने वाले पंचायतीराज चुनावों में कोविड-19 महामारी के संक्रमण की रोकथाम और बचाव को लेकर जारी गाइडलाइन का पूर्ण पालन करना होगा.
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इसके लिए चुनाव कार्य में लगे प्रत्येक अधिकारी और कार्मिक को आरोग्य सेतू एप डाउनलोड करना होगा. फेस मास्क और सैनिटाइजेशन का पूरा पालन करना होगा. इसके लिए ब्लॉक लेवल पर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नोडल स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. मतदान केंद्रों पर हेल्थ टीमों के थर्मल स्केनिंग के जरिए हेल्थ स्क्रीनिंग की पूर्ण व्यवस्था करनी होगी. एडीएम ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेशों की पालना में राज्य निर्वाचन आयोग ने 31 अक्टूबर से पहले चुनाव कराने के लिए चार चरणों में मतदान पूरा करने का निर्णय लिया है.
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कोरोना महामारी को देखते हुए मतदान का समय एक घंटे बढ़ाया गया है. चार चरणों में होने वाले चुनाव का पहला चरण 28 सितंबर को होगा, वहीं दूसरे चरण का मतदान 3 अक्टूबर को, तीसरे चरण का 6 अक्टूबर को और चौथे चरण का 10 अक्टूबर को मतदान होगा. अब 1100 के स्थान पर 900 मतदाताओं पर एक मतदान केंद्र होगा. सरपंच पद के लिए मतदान ईवीएम से होगा, जबकि पंच पद का चुनाव बैलेट पेपर से होगा. खास बात यह है कि जिला परिषद सदस्यों और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव की घोषणा के बाद में होगी.