नागौर. जिला मुख्यालय नागौर के जेएलएन राजकीय अस्पताल में संचालित कोरोना वॉर रूम में कोरोना संक्रमण के प्रभावी रोकथाम और चिकित्सकीय व्यवस्थाओं के लिए जिला आपादा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में सम्पन हुई. इस बैठक में डॉ. सोनी ने जिला स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से उपखण्ड अधिकारी मेड़ता और रियांबडी से प्रगति की जानकारी ली.
वॉर रूम में जिला कलेक्टर डॉ. सोनी ने रियांबड़ी उपखण्ड मुख्यालय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कोविड वार्ड में उपचाराधीन डॉ. प्रज्ञा से वीड़ियो कॉल से बात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और पूछा कि - आप कैसा महसूस कर रही हैं. इस पर डॉ. प्रज्ञा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि अस्पताल में चिकित्सकीय प्रबंध अच्छे हैं, जिसके कारण वे अपने आप को स्वस्थ महसूस कर रही हैं. यहां का स्टाफ और अन्य सभी सुविधाएं साधारण मरीजों के लिए अच्छी हैं जिसके चलते इस महामारी से मरीज स्वस्थ हो रहे हैं.
डॉ. प्रज्ञा से वॉर रूम में उपस्थित जेएलएन राजकीय अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. शंकरलाल ने बात कर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. इस पर डॉ. शंकरलाल ने उनसे कहा कि वे इस बीमारी से शीघ्र स्वस्थ होकर अपने और अपने परिवार को चिंतामुक्त कराएं. अन्य मरीजों के साथ अपने अनुभव साझा कर उन्हें भी जल्द स्वास्थ्य लाभ देने में मदद करें.
वॉर रूम में जिला कलेक्टर डॉ. सोनी ने रियांबड़ी उपखण्ड के एसडीएम सुरेश कुमार और मेड़ता के उपखण्ड अधिकारी काशीराम चैहान से कोविड-19 के संबंध में फीडबैक लेते हुए उन्हें निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे का कार्य और सम्भावित रोगियों को आवश्यक रूप से मेडिसिन किट वितरण की व्यवस्था बनाए रखें.
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इस मौके पर रियांबड़ी के बीसीएमओ डॉ. श्यामसुंदर दिवाकर ने जिला कलेक्टर डॉ. सोनी को जानकारी दी, उन्होंने अपने क्षेत्र में चार हजार से अधिक मेडिसिन किट का वितरण करवाया है और शिशु वार्ड में 5 बेड की व्यवस्था की गई है. इस पर जिला कलेक्टर डॉ. सोनी ने उनके इस कार्य की प्रशंसा की और उन्हें इस कार्य को सही दिशा में कार्य करते रहने के निर्देश दिए.
जिला कलेक्टर डॉ. सोनी को वॉर रूम से शनिवार को 555 लोगों से सम्पर्क कर चिकित्सकीय व्यवस्था और अन्य कई प्रकार की जानकारी से अवगत करवाया. इस सम्पर्क अभियान में जिले के 123 सरपंचों से संवाद भी किया गया और जिला कलेक्टर डॉ. सोनी ने मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी अभियान के अन्तर्गत अपनी ग्राम पंचायत क्षेत्र में आवश्यक नजर रखने और इस रोग की जकड़ में कोई भी व्यक्ति न आए इस पर खासतौर पर ध्यान रखने की सलाह दी.