नागौर. शुक्रवार से धनतेरस के साथ दीपोत्सव का आगाज हो गया है. देश भर में धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम खरीदने का चलन है. लेकिन, नागौर में धनतेरस पर रोचक परंपरा का निर्वाह किया जाता है, जिसमें धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की अनूठी परंपरा है.
धनतेरस के मौके पर सुबह महिलाएं और युवतियां समूह में पारंपरिक परिधान धारण कर तालाब की पाल पर जाती हैं. यहां पूजा अर्चना के बाद पाल की मिट्टी घर लाई जाती है. इसी मिट्टी का दीपक बनाकर धनतेरस को शाम को उसे प्रज्ज्वलित किया जाता है.
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दीपावली के दिन इसी मिट्टी की पूजा कर उसे साल भर घर में सुरक्षित रखा जाता है. फिर अगले साल जब मिट्टी लेने महिलाएं जाती हैं तो पुरानी मिट्टी को प्रवाहित कर दिया जाता है.
धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की यह परंपरा भले ही अजीब लगे लेकिन, कृषि प्रधान जिले की यह परंपरा बताती है कि आम आदमी के जीवन में मिट्टी की क्या अहमियत है.