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नागौर की अनूठी परंपरा, धनतेरस पर मिट्टी घर लाकर पूजा करती हैं महिलाएं

देश भर में धनतेरस का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन लोग सोना, चांदी, बर्तन की खरीदारी करते हैं. वहीं नागौर में इस दिन एक अनूठी परंपरा का निर्वाह किया जाता है, जिसके तहत महिलाएं मिट्टी घर लेकर आती हैं. उसकी दिवाली के दिन पुजा करके एक साल तक घर में रखा जाता है.

नागौर न्यूज, nagore news
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Published : Oct 25, 2019, 7:15 PM IST

नागौर. शुक्रवार से धनतेरस के साथ दीपोत्सव का आगाज हो गया है. देश भर में धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम खरीदने का चलन है. लेकिन, नागौर में धनतेरस पर रोचक परंपरा का निर्वाह किया जाता है, जिसमें धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की अनूठी परंपरा है.

धनतेरस पर नागौर की अनूठी परंपरा

धनतेरस के मौके पर सुबह महिलाएं और युवतियां समूह में पारंपरिक परिधान धारण कर तालाब की पाल पर जाती हैं. यहां पूजा अर्चना के बाद पाल की मिट्टी घर लाई जाती है. इसी मिट्टी का दीपक बनाकर धनतेरस को शाम को उसे प्रज्ज्वलित किया जाता है.

पढ़ें- इस दिवाली नहीं रहेगी गरीबों की झोली खाली, क्योंकि टीम निवाला लाया है 'हैप्पी किट

दीपावली के दिन इसी मिट्टी की पूजा कर उसे साल भर घर में सुरक्षित रखा जाता है. फिर अगले साल जब मिट्टी लेने महिलाएं जाती हैं तो पुरानी मिट्टी को प्रवाहित कर दिया जाता है.
धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की यह परंपरा भले ही अजीब लगे लेकिन, कृषि प्रधान जिले की यह परंपरा बताती है कि आम आदमी के जीवन में मिट्टी की क्या अहमियत है.

नागौर. शुक्रवार से धनतेरस के साथ दीपोत्सव का आगाज हो गया है. देश भर में धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम खरीदने का चलन है. लेकिन, नागौर में धनतेरस पर रोचक परंपरा का निर्वाह किया जाता है, जिसमें धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की अनूठी परंपरा है.

धनतेरस पर नागौर की अनूठी परंपरा

धनतेरस के मौके पर सुबह महिलाएं और युवतियां समूह में पारंपरिक परिधान धारण कर तालाब की पाल पर जाती हैं. यहां पूजा अर्चना के बाद पाल की मिट्टी घर लाई जाती है. इसी मिट्टी का दीपक बनाकर धनतेरस को शाम को उसे प्रज्ज्वलित किया जाता है.

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दीपावली के दिन इसी मिट्टी की पूजा कर उसे साल भर घर में सुरक्षित रखा जाता है. फिर अगले साल जब मिट्टी लेने महिलाएं जाती हैं तो पुरानी मिट्टी को प्रवाहित कर दिया जाता है.
धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की यह परंपरा भले ही अजीब लगे लेकिन, कृषि प्रधान जिले की यह परंपरा बताती है कि आम आदमी के जीवन में मिट्टी की क्या अहमियत है.

Intro:धनतेरस के साथ आज दीपोत्सव का आगाज हो गया है। देशभर में धनतेरस पर सोना, चांदी, बरतन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम खरीदने का चलन है। लेकिन राजस्थान के नागौर में धनतेरस की जो परंपरा है। वह वाकई रोचक है।Body:नागौर. धनतेरस पर देशभर में सोना, चांदी, बर्तन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीदने का चलन है। लेकिन राजस्थान के नागौर में धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की अनूठी परंपरा है।
धनतेरस के मौके पर सुबह महिलाएं और युवतियां समूह में पारंपरिक परिधान धारण कर तालाब की पाल पर जाती हैं। जहां पूजा अर्चना के बाद पाल की मिट्टी घर लाई जाती है। इसी मिट्टी का दीपक बनाकर धनतेरस को शाम को उसे प्रज्ज्वलित किया जाता है। दीपावली के दिन इसी मिट्टी की पूजा कर उसे साल भर घर में सुरक्षित रखा जाता है। फिर अगले साल जब मिट्टी लेने महिलाएं जाती हैं तो पुरानी मिट्टी को प्रवाहित कर दिया जाता है।Conclusion:धनतेरस पर मिट्टी घर लाने की यह परंपरा भले ही अजीब लगे। लेकिन कृषि प्रधान नागौर की यह परंपरा बताती है कि आम आदमी के जीवन में मिट्टी की क्या अहमियत है।
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बाइट 1- गंगा देवी, गृहिणी, नागौर।
बाइट 2- सीमा देवी, गृहिणी, नागौर
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