नागौर. अजमेर डिस्कॉम की विजिलेंस टीम ने मेड़ता सिटी इलाके में बिजली चोरी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है. मामले में 7 लाख 92 हजार यूनिट की चोरी पकड़कर 1.23 करोड़ रुपए का जुर्माना ठोका है.
डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि प्रबंध निदेशक वीएस भाटी के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है. मेड़ता सिटी अधिशासी अभियंता केआर मीना ने बताया कि मेड़ता के पास लांबा जाटान गांव में संत सेवादास कपास फैक्ट्री के औद्योगिक कनेक्शन के मीटर को पिछले दिनों बिजली चोरी के संदेह में जब्त किया गया था.
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अजमेर स्थित मीटर लैब में जांच करवाने पर खुलासा हुआ है कि मीटर में छेद कर बड़ी मात्रा में बिजली की चोरी की जा रही थी. डिस्कॉम के आंकड़े के हिसाब से यहां 7 लाख 92 हजार यूनिट बिजली की चोरी की गई. लैब की रिपोर्ट सामने आने के बाद डिस्कॉम की ओर से फर्म पर 1.23 लाख रुपए का जुर्माना लगाते हुए नोटिस जारी किया गया है. जांच में सामने आया कि यहां करीब 7.92 लाख यूनिट बिजली की चोरी की गई. अब इस मामले में 1.24 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाते हुए वीसीआर शीट भरी गई है. इस साल में डिस्कॉम की यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
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दावा किया जा रहा है कि यह डिस्कॉम की अब तक कि सबसे बड़ी कार्रवाई है. इसके साथ ही यहां बिजली कनेक्शन काटकर बिजली चोरी निरोधक थाना, नागौर में मामला भी दर्ज करवाया गया है. अधिशासी अभियंता मीना के साथ किशनगढ़ मीटर शाखा के अधिशासी अभियंता उदय माचीवाल, सहायक अभियंता भवानी सिंह शेखावत और विजिलेंस टीम के कर्मचारी साथ थे.
जानकारी के अनुसार कम उपभोग के आधार पर मेड़ता खंड के दो बड़े औद्योगिक उपभोक्ता संत सेवादास कपास फैक्ट्री और मिलन कोटेक्स को चिह्नित कर मुख्य अभियंता एनएस निर्वाण ने जांच के आदेश दिए थे. इस पर 18 नवम्बर को इन दोनों जगहों पर जांच की गई और मीटर जब्त किया गया. जांच में मीटर के पुश बटन के ठीक ऊपर ऑलपिन के बराबर का छेद मिला था. जिसका कोई संतोषप्रद जवाब उपभोक्ता नहीं दे पाया. लैब की जांच में सामने आया है कि ऑलपिन डालकर मीटर से छेड़छाड़ और बिजली चोरी की गई है.